सुमित जोशी : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक नाबालिग लड़की के अपहरण और कब्रिस्तान में साथ दुष्कर्म की एक गंभीर और शर्मनाक घटना सामने आई है। यह घटना सोमवार को मोदीनगर के निवाड़ी क्षेत्र में हुई। पुलिस ने इस मामले में इजराइल और अशरफ नाम के दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन दोनों आरोपी अब भी फरार हैं।
पुलिस के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब एक आरोपी ने लड़की को पानी की टंकी के पास बुलाया। वहां पहुँचने पर, आरोपी और उसका मित्र जबरन उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर कब्रिस्तान ले गए। पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटना तब हुई, जब दूसरे आरोपी ने आसपास के इलाके पर नजर रखी हुई थी।
पीड़िता के शोर मचाने पर की गई मारपीट
सूत्रों के अनुसार, जब पीड़िता ने मदद के लिए शोर मचाया, तो आरोपियों ने उसके मुंह को कपड़े से दबा दिया और उसे जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद, पीड़िता ने अपनी माता-पिता को आपबीती बताई, जिसके बाद उन्होंने तुरंत निवाड़ी पुलिस थाना जाकर शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा, “पीड़िता की चिकित्सीय जांच कराई गई है और उसका बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किया गया है। हम आरोपियों की तलाश कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि उन्हें जल्द ही पकड़ा जाएगा।”
क्षेत्र में छाई दहशत
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में दहशत फैला दी है। निवाड़ी क्षेत्र के निवासी मनोज शर्मा ने कहा, “यह बहुत दुखद और चिंताजनक है। हमें अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर और भी सतर्क रहने की जरूरत है।” वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता राधिका जोशी ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह घटना इस बात का संकेत है कि हमें समाज में सुरक्षित वातावरण के निर्माण के लिए और मजबूत कदम उठाने की आवश्यकता है।”
निष्कर्ष
गाजियाबाद में हुई यह घटना न केवल नाबालिगों की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती है, बल्कि समाज में व्याप्त दरिंदगी और हिंसा की भी एक मिसाल है। स्थानीय पुलिस पूरी कोशिश कर रही है कि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़कर न्याय सुनिश्चित किया जा सके। इस मामले ने सभी को एक बार फिर सोचने पर मजबूर किया है कि कैसे हम अपने बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं और समाज में व्याप्त इस तरह की बुराइयों को समाप्त कर सकते हैं।