चंडीगढ़, 20 दिसंबर- हरियाणा सरकार ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 13 मई, 2013 तक विधिवत मान्यता प्राप्त सभी पेशेवर निकायों/संस्थानों द्वारा प्रदत्त योग्यताओं अर्थात् डिप्लोमा/डिग्री का लाभ रोजगार के उद्देश्य से बढ़ाने का निर्णय लिया है। ये योग्यताएं IME द्वारा मान्यता प्राप्त योग्यताओं और 31 अक्टूबर, 2017 को AICTE द्वारा जारी सार्वजनिक नोटिस में शामिल योग्यताओं के समान हैं।
मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल द्वारा जारी एक पत्र में कहा गया है कि यह निर्णय इंस्टीट्यूशन ऑफ मैकेनिकल इंजीनियर्स (इंडिया) (सुप्रा) के मामले में माननीय शीर्ष न्यायालय के हालिया फैसले के मद्देनज़र लिया गया है और विभिन्न व्यावसायिक निकायों/संस्थानों द्वारा प्रदान की गई योग्यताओं की मान्यता स्थिति की समीक्षा की गई है।
मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची में हिंदी साहित्य सम्मेलन, इलाहाबाद, इंस्टीट्यूशन ऑफ सिविल इंजीनियर्स, लुधियाना, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सेरामिक्स, कलकत्ता, कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग, पुणे, इलेक्ट्रॉनिक्स एक्रिडिटेशन कंप्यूटर कोर्स विभाग (डीओईएसीसी) के तहत कंप्यूटर सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीएसआई) , इंस्टीट्यूशन मैकेनिकल इंजीनियर्स (भारत), मुंबई, टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर, वजीरपुर, दिल्ली, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ट्रेनिंग इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, बॉम्बे (एनआईटीआईई), इंस्टीट्यूशन ऑफ फायर इंजीनियर्स, भारत, इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स, नई दिल्ली, इंस्टीट्यूशन सर्वेक्षकों की टीम, ऑटोमोबाइल सोसाइटी, नेब सराय नई दिल्ली, इंडियन एसोसिएशन ऑफ मैटेरियल्स मैनेजमेंट, मद्रास/इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैटेरियल्स मैनेजमेंट, मद्रास, भारतीय नौसेना आईएनएस वलसुरा, भारतीय नौसेना शिवाजी और वलसुरा, आईएनएस (शिवाजी लोनावला और आईएनएस (वलसुरा) जामनगर) , इंस्टीट्यूशन इंजीनियर्स कोलकाता (भारत), एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया शामिल हैं।