वैक्सीन के प्रति भ्रम और झिझक को दूर करने के लिए सार्वजनिक भागीदारी की ज़रूरत: डॉ. बलबीर सिंह
पंजाब स्वास्थ्य विभाग द्वारा ‘मिशन इन्द्रधनुष’ के अधीन 6156 टीकाकरण सैशन लगाए जाने की योजना
पंजाब 2023 तक खसरे और रुबेला को ख़त्म करने का राह पर: डॉ. बलबीर सिंह
चंडीगढ़ / मोहाली, 11 सितम्बर (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के सपने के अनुसार बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित बनाने के लिए इंटैंसीफाईड मिशन इन्द्रधनुष 5.0 (आईएमआई 5.0) की शुरुआत एक विशेष समागम के दौरान की।
इस समागम के द्वारा मौजूदा चुनौतियों के मद्देनजऱ पात्र बच्चों के टीकाकरण के द्वारा प्रतिरोधक क्षमता को और मज़बूत करने की महत्ता को उजागर किया जाना है। इस मौके पर मोमैंटम रुटीन इम्यूनाइजेशन ट्रांसफॉरमेशन एंड इकुइटी प्रोजैक्ट (एम- आरआईटीई) के सहयोग से एक मीडिया जागरूकता बैठक भी करवाई गई। इस मौके पर सचिव स्वास्थ्य – कम- मिशन डायरैक्टर एनएचएम पंजाब डॉ. अभिनव त्रिखा ने भी शिरकत की।
डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि आईएमआई 5.0 के हिस्से के तौर पर स्वास्थ्य विभाग उन मसलों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो टीकाकरण कवरेज में रुकावट बनते हैं और उन आबादियों को भी कवर किया जायेगा, जो रुटीन टीकाकरण के दौरान टीका लगवाने से वंचित रह गए हैं। राज्य ने ऐसे लोगों, जिनका टीकाकरण नहीं किया गया है या केवल आंशिक तौर पर टीकाकरण किया गया है, तक पहुँच करने के लिए अलग-अलग स्तर पर व्यापक तौर पर प्रशिक्षण का इंतज़ाम किया है, जिससे इन लोगों को टीकाकरण प्रोग्राम में शामिल किया जा सके। उन्होंने बताया कि पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने 60670 बच्चों (0-5 और 10163 गर्भवती औरतों को टीकाकरण के लिए 6156 सैशनों की योजना बनाई है।
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि यह मुहिम 0 से 5 साल की उम्र के उन बच्चों को प्राथमिकता देती है, जिन्होंने कोई भी टीका नहीं लगाया और इस मुहिम का मुख्य लक्ष्य सभी पात्र बच्चों को जीवन रक्षक टीकाकरण मुहैया करवाना है। इसके अलावा, यह मुहिम देश व्यापक खसरा (मीज़ल्ज़) और रुबैला के ख़ात्मे की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह सुनिश्चित बनाता है कि 5 साल से कम उम्र का हर बच्चा मीज़ल्ज़ और रुबेला कंटेनिंग वैक्सीन (एमआरसीवी) के अति-ज़रूरी दो डोज़ शड्यूल को ज़रूर पूरा करे।
डॉ. अभिनव त्रिखा ने यू-विन पोर्टल के द्वारा प्रौद्यौगिकी के एकीकरण को भी रेखांकित किया। यह अति- आधुनिक प्लेटफार्म हैल्थकेयर पेशेवरों को बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण सम्बन्धी विवरणों और स्थिति को प्रभावशाली ढंग से ट्रैक करने और दस्तावेज़ी रिकॉर्ड बनाने के योग्य बनाता है, जिससे मुकम्मल रूप में अधिक से अधिक कवरेज को सुनिश्चित बनाया जा सके।
डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आदर्शपाल कौर ने स्वास्थ्य स्टाफ से अपील की कि इस मुहिम की सफलता के लिए सीमांत या कमज़ोर वर्गों तक पहुँच की जाये।
डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाओं (परिवार कल्याण) डॉ. हितिन्दर कौर ने इस मुहिम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को मुहिम के लक्ष्यों की सौ फीसदी प्राप्ति का भरोसा भी दिया।
डॉ. गोपाल कृष्ण सोनी, प्रोजैक्ट डायरैक्टर, यूएसएआईडी ने एम-आरआईटीई ने कहा कि पंजाब राज्य ने सरकार के नेतृत्व अधीन राज्य के कमज़ोर और सीमांत वर्ग के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोजैक्ट को सफलतापूर्वक पूरा किया है और इस मुहिम में भी स्वास्थ्य विभाग का बढ़-चढक़र सहयोग किया जायेगा।
बॉक्स: रुटीन इम्यूनाइजेशन ट्रांसफॉरमेशन और इकुइटी प्रोजैक्ट का मोमैंटम क्या है।
यूएसएआईडी द्वारा सहयोग प्राप्त ‘मोमैंटम रुटीन इम्यूनाइजेशन ट्रांसफॉरमेशन एंड इकुइटी प्रोजैक्ट’ ने भारत में कोविड-19 टीकाकरण को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय और राज्य सरकारों को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए जोन स्नो रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की सिफ़ारिश की। जोन स्नो इंडिया प्राईवेट लिमिटेड, जोकि जेएसआई यूएस से ऐफीलीएटड है, भारत सरकार के साथ नज़दीकी सहयोग में काम कर रही है, जिससे टीकाकरण के लिए अलग-अलग वर्गों तक पहुँच और डिलीवरी के यत्नों को मज़बूत किया जा सके। इसके अलावा भारत के चुने हुए 18 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में ख़ास तौर पर कमज़ोर और सीमांत आबादी के लिए, टीकाकरण की माँग, वितरण को बढ़ाने के लिए स्थानीय ग़ैर-सरकारी संगठनों से भी मदद ली जाती है।