नई दिल्ली: चीन में तेजी से फैल रहे एचएमपीवी वायरस ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। सोमवार को देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के सात मामले सामने आए हैं, जिनमें बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो मामले और अहमदाबाद में एक मामला शामिल है। हालांकि, केंद्र सरकार ने इस वायरस को लेकर चिंता जताने की कोई आवश्यकता नहीं बताई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा है कि मामलों की बढ़ती संख्या से कोविड जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। इस स्थिति ने लोगों के मन में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि यह वायरस वास्तव में कितना खतरनाक है और क्या इसका भारत में व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
एचएमपीवी क्या है? ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस की पहचान 2000 में हुई थी, जब डच वैज्ञानिकों के एक समूह ने मनुष्यों में तीव्र श्वसन संक्रमण के कारणों की खोज की थी। यह वायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर श्वसन समस्याओं तक हो सकते हैं। अब जब भारत में इसके मामले सामने आ चुके हैं, तो इसके प्रसार, लक्षणों और संभावित उपचार के बारे में चर्चा तेज हो गई है। लोगों को इस वायरस के बारे में जागरूक करना और इसके प्रभावों को समझना बेहद जरूरी है।