पानी पर छिड़ा सियासी घमासान, हरियाणा के सीएम बोले
चंडीगढ़, 20 जुलाई(Press Ki Taquat)
बाढ़ को लेकर तीन राज्यों– हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के बीच सियासी घमासान मचा हुआ है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ के लिए हरियाणा पर दोष मढ़ रही है। वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एसवाईएल मुद्दे पर बयान देकर विवादों में आ चुके हैं। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने आप के दोनों ही मुख्यमंत्रियों को आड़े हाथों लेते हुए दो-टूक कहा, पंजाब और दिल्ली को डुबाने के लिए वहां की सरकारें ही जिम्मेदार हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने पंजाब सरकार पर एसवाईएल निर्माण में रोड़ा अटकाने का मुद्दा उठाया और कहा, ‘अगर पंजाब सरकार एसवाईएल नहर का निर्माण होने देती तो इसके जरिये हरियाणा में बारिश का पानी भी आ सकता था। ऐसे में पंजाब बाढ़ के प्रभाव से बच जाता। हरियाणा सरकार भी एसवाईएल के जरिये अतिरिक्त पानी को दक्षिण हरियाणा के जिलों में पहुंचा सकती थी।’
यहां बता दें कि बाढ़ग्रस्त एरिया का दौरा करते हुए पंजाब के सीएम भगवंत मान ने राजस्थान और हरियाणा पर चुटकी ली थी। उन्होंने कहा था कि एसवाईएल का पानी मांग रहे थे, अब हम पानी भेज रहे हैं तो ले नहीं रहे। लो पानी, लो। इससे जुड़ा उनका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। यहां बता दें कि एसवाईएल का जब भी मुद्दा उठा तो पंजाब की ओर से यही जवाब दिया गया कि उनके पास किसी भी राज्य को देने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है। मान के बयान के बाद अब मनोहर लाल को भी उन्हें घेरने का मौका मिल गया है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आरोप लगा चुके हैं कि हथिनी कुंड बैराज से हरियाणा ने अधिक पानी छोड़ दिया, इस वजह से दिल्ली में बाढ़ आई। हरियाणा पहले भी स्पष्ट कर चुका है कि हथिनी कुंड बैराज कोई डैम नहीं है, इस पर पानी का कंट्रोल नहीं किया जा सकता। बुधवार को सीएम खट्टर ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा, ‘जब यमुना में करीब साढ़े तीन लाख क्यूसिक पानी गया तो दिल्ली में यह 11 लाख क्यूसिक कैसे हो गया।’