चंडीगढ़, 23 अगस्त: भारतीय वैज्ञानिकों एवं इंजीनियर्स की पूरे विश्व में विशिष्ट पहचान रही है। भारतीय वैज्ञानिकों एवं इंजीनियर्स ने ज्ञान, विज्ञान, संचार एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देकर विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन किया है। यह विचार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूआईईटी संस्थान द्वारा ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन 5वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर रखे। शुक्रवार को आयोजित इस सम्मेलन में वह मुख्य अतिथि बोल रहे थे। यह सम्मेलन ‘मोबाईल रेडियो संचार, 5जी नेटवर्क’ विषय पर आयोजित किया गया।
कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि वर्तमान में तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी युग में भारत 5जी नेटवर्क की संचार शक्ति से विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि 5जी नेटवर्क से संचार के क्षेत्र में आई क्रांति ने शिक्षा, विज्ञान, औद्योगिक तथा वैश्विक चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभाई है। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि यूआईईटी तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान, विशेषकर मोबाइल संचार और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्थान के रूप में अहम भूमिका निभा रहा है।