- भारतीय सेना में कश्मीरी पंडितों की एक अलग से रेजीमेंट स्थापित की जाए: जगद्गुरू पंचानंद गिरी
- देश के दुश्मन आतंकवादियों से लोहा लेने के लिए कश्मीरी हिंदुओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे केंद्र सरकार: जगद्गुरू पंचानंद गिरी
- जगतगुरू पंचानंद गिरी महाराज ने प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से की मांग
- कश्मीर में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की नृशंस हत्या पर जगतगुरू पंचानंदगिरी ने दी सख्त प्रतिक्रिया
पटियाला, 25 मई (प्रेस की ताकत बयूरो)-: हिंदु सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय प्रधान, कामाख्या पीठ आसाम तथा मां ज्वाला जी हिमाचल प्रदेश और श्री हिन्दू तख़्त के पीठाधीश्वर, जूना अखाड़ा के जगद्गुरु पंचानन्द गिरी महाराज ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से पुरजोर मांग की है कि केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में बसाने के लिए फुल प्रूफ योजना बनाने के साथ-साथ सभी कश्मीरी पंडितों को आत्मरक्षा के लिए हथियार चलाने की ट्रेनिंग और लाइसेंसी हथियार भी प्रदान करें। क्योंकि यह एक जमीनी सच्चाई है कि कश्मीर में दोबारा से बसने वाले सभी कश्मीरी पंडितों को हर पल पुलिस प्रोटेक्शन प्रदान करना केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन के लिए भी संभव नहीं है।
कश्मीर में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की नृशंस हत्या पर जगतगुरू पंचानंद गिरी ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिछले छह महीनों में तीसरी बार आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की नृशंस हत्या की है। कश्मीर के बड़गाम में आतंकवादियों द्वारा सरकारी अधिकारी राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों ने कई जगह विरोध प्रदर्शन भी किया।
पंचानंद गिरी ने कहा कि राहुल भट्ट बड़गाम में पिछले 10 सालों से काम कर रहे थे. उनकी नियुक्ति कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए लाए गए एक विशेष पैकेज के तहत हुई थी. इस घटना से जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं और विशेष रूप से कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाने को लेकर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गए हैं जोकि गहन चिन्ता का विषय है।
जगतगुरू पंचानंद गिरी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिख कर मांग की है कि केन्द्र सरकार को चाहिए कि कश्मीर के लिए विशेष तौर पर सिक्ख और गोरखा रेजीमेंट की तरह ही कश्मीरी पंडितों के लिए कोई विशेष रेजिमेंट तैयार करें क्योंकि ये लोग देश की रक्षा के लिए सदा ही अपनी जान कुर्बान करने के लिए सदा तैयार रहते हैं और आज तक ये अनेकों जानें कुर्बान चुके हैं।
जगद्गुरु पंचानन्द गिरी महाराज ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए कहा कि दोनो ने अपने कार्यकाल में कश्मीर से धारा 370 हटा कर सराहनीय कार्य किया अब विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों को पुनः स्थापित कर अपने कार्य को पूरा करें ताकि विश्व में भारत का परचम भारत के तौर पर नहीं बल्कि विश्वगुरु भारत के तौर पर लहरा सके।
जगद्गुरू पंचानंद गिरी ने कहा मि भारत के दुश्मन आतंकवादियों से लोहा लेने के लिए कश्मीरी हिंदुओं को बाकयदा केंद्र सरकार हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे ताकि कश्मीर में दोबारा से बसने वाले सभी कश्मीरी पंडितों निडर, निर्भीक हो कर अपने घरों की और लोटें न कि डर तथा खौफ से। केंद्र को कश्मीरी पंडितों को जम्मू कश्मीर में उनके रोजगार तथा वहां की सरकारी नौकरियांे ने उनकी सुनिश्चितता तय करनी होगी ताकि बेरोजगारी के कारण उन्हें वापिस विस्थापित न होना पड़े।