दिल्ली पुलिस ने चीन के समर्थन में प्रचार करने के लिए धन लेने के आरोप में आतंकवाद निरोधी कानून गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज एक मामले की जांच के सिलसिले में समाचार पोर्टल ‘न्यूज़क्लिक’ के कार्यालय को सील कर दिया है। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मंगलवार को समाचार पोर्टल और उसके पत्रकारों से जुड़े 30 ठिकानों की तलाशी ली। दिल्ली पुलिस ने चीन के समर्थन में प्रचार करने के लिए धन लेने के आरोप में आतंकवाद निरोधी कानून गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज एक मामले की जांच के सिलसिले में समाचार पोर्टल ‘न्यूज़क्लिक’ के कार्यालय को सील कर दिया है। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मंगलवार को समाचार पोर्टल और उसके पत्रकारों से जुड़े 30 ठिकानों की तलाशी ली। सूत्रों ने कहा कि जिन पत्रकारों से पूछताछ की गई उनमें उर्मिलेश, अनिंद्यो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा, परंजॉय गुहा ठाकुरता के साथ-साथ इतिहासकार सोहेल हाशमी भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें उनकी विदेश यात्रा, दिल्ली के शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ किसानों के आंदोलन सहित विभिन्न मुद्दों से संबंधित 25 प्रश्न पूछे। इस बीच, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भुवनेश्वर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश की जांच एजेंसी स्वतंत्र हैं और वे कानून के अनुसार काम करती हैं। उन्होंने कहा, ‘… यदि किसी ने कुछ गलत किया है, तो जांच एजेंसी इस संबंध में काम करती हैं… यह कहीं नहीं लिखा कि यदि आपने अवैध तरीके से धन कमाया है या कुछ आपत्तिजनक किया है, तो जांच एजेंसी इसकी जांच नहीं कर सकतीं।’ इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी ‘न्यूजक्लिक’ के वित्त पोषण के स्रोतों की जांच के तहत कंपनी के परिसरों पर छापे मारे थे। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने ‘न्यूजक्लिक’ के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि छापेमारी आईपीसी की धाराओं 153ए (दो समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत अगस्त में दर्ज किए गए एक मामले के आधार पर की गई।