नई दिल्ली, 24 जून (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
18वीं लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं पर चिंता व्यक्त की है और सरकार से जवाब मांगा है। सत्र के पहले दिन कई नवनिर्वाचित सदस्यों ने छात्रों की दुर्दशा को उजागर किया, जो सरकार की उदासीनता के कारण अधर में लटके हुए हैं। परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए गए हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के शपथ लेने के साथ ही विपक्षी सदस्यों ने NEET-UG और UGC-NET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर विवाद को लेकर नारेबाजी की। डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने जोर देकर कहा कि तमिलनाडु लंबे समय से NEET की विश्वसनीयता को लेकर संशय में है और अब पूरा देश उन चिंताओं को साझा करता है। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने NEET-UG जांच में सीबीआई की संलिप्तता की आलोचना की और संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच की मांग की। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि NEET का मुद्दा संसद में चर्चा का एक महत्वपूर्ण विषय होगा, क्योंकि यह अनगिनत छात्रों और उनके अभिभावकों की कड़ी मेहनत और वित्तीय निवेश को प्रभावित करता है।