अमृतसर, 28 सितम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- बीते दिनों प्रधान मंत्री अमरीका के दौरे पर गए थे, जहाँ अमरीका के प्रधान मंत्री जो बाईडेन के साथ दोस्ती का नया अध्याय शुरू करन साथ-साथ उन संयुक्त राष्ट्र में कामयाबी के झंडे भी थे। ज़िक्रयोग्य है कि इस बार प्रधान मंत्री अमरीका से 157 कला कृतियों की विरासत भी ले कर आए हैं। सूत्रों के हवाले के साथ यह कहा जा रहा है कि यह कला क्रितियें समगलिंग और चोरी के ज़रिये अमरीका पहुँची थे। इस के साथ ही प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी और अमरीका के राष्ट्रपति जो बाईडेन ने संसक्रितक वस्तुओं के नाजायज कारोबार, चोरी और समगलिंग के साथ पूर करने के लिए यतनों को मज़बूत करन की इच्छा प्रकट की। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही श्री गुरु हरगोबिंद साहब जी की सर साहब बारे कहा जा रहा है कि जो सर साहब प्रधान मंत्री इन दुर्लभ कला कृतियों के साथ ले कर आए हैं, उस पर फ़ारसी में श्री गुरु हरगोबिंद साहब जी का नाम उकरा है। पाठकों के ध्यान में यह भी ल्याउना चाहते हैं कि इस सर साहब पर अठारवीं सदी उकेरी है, जबकि इतिहासकारों मुताबिक श्री गुरु हरगोबिंद साहब जी 1644 ईस्वी में ज्योति रोशनी समा गए थे। इस लिए इस बारे शोधकर्ताओं को अपने तजुर्बो के आधार पर पूरी पड़ताल के बाद ही किसी नतीजे पर पहुँच कर साबित करना चाहिए कि यह सर साहब घटना ही श्री गुरु हरगोबिंद साहब जी की है। यदि है तो यह गुरू घर में ही सुशोभित होनी चाहिए।
बिना किसी सबूत के मैं कुछ नहीं कह सकती: बीबी जगीर कौर
इस बारे जब टैलिफ़ोन पर शिरोमणी समिति प्रधान बीबी जगीर कौर के साथ बातचीत की गई तो उन कहा कि मेरे नोटिस में अभी तक कोई ऐसी बात नहीं है। मैं एक ज़िम्मेदार ओहदे पर तैनात हैं और बिना किसी सबूत के या बिना खोज के मैं कुछ नहीं कह सकती।