प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों को एक जोरदार संदेश दिया, उनसे अपनी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को अलग रखने और 2029 में अगले चुनावों तक देश की भलाई के लिए काम करने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। इस बात पर जोर देते हुए कि संसद का उद्देश्य व्यक्तिगत दलों के बजाय राष्ट्र की सेवा करना है।
बजट सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से आने वाले वर्षों में अपनी विशेष जिम्मेदारी को पहचानने का आह्वान किया। उन्होंने राजनीतिक मतभेदों को अलग रखने और अगले पांच वर्षों को राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित करने की आवश्यकता पर बल दिया, विशेष रूप से गरीबों, महिलाओं, किसानों और युवाओं जैसे हाशिए के समूहों को सशक्त बनाकर। प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत के लिए एक दृष्टिकोण को भी रेखांकित किया, सभी पक्षों से इस साझा लक्ष्य की दिशा में काम करने का आग्रह किया।