लड़कियों के लिंग अनुपात में सुधार करना है मुख्य उद्देश्य
चालू वित्तीय साल के दौरान 13321 लाभार्थियों को 5.25 करोड़ रुपए की सहायता राशि वितरित
चंडीगढ़, 8 नवंबर (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा दूसरा बच्चा लड़की पैदा होने पर 6 हज़ार रुपए सहायता राशि के तौर पर दी जा रही है। यह जानकारी देते हुये सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डा. बलजीत कौर ने बताया कि जहाँ इस योजना को लागू करने का उद्देश्य लड़कियों के लिंग अनुपात में सुधार करना है, वहीं महिलाओं को आंशिक मुआवज़ा प्रदान करके उनकी सेहत में बच्चे की प्रसूति से पहले और बाद में सुधार करना है।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा 19 साल और इससे अधिक उम्र की महिलाओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म पर 5000 रुपए दो किश्तों में (3000 + 2000) दिए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से इस योजना में विस्तार करते हुये अब दूसरा बच्चा लड़की पैदा होने पर 6000 रुपए दिए जा रहे हैं। यह राशि प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं के पोषण और सेहत स्थिति को ऊँचा उठाने के लिए विशेष शर्तों की पूर्ति के अधीन दी जा रही है।
डा. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार राज्य में लड़कियों के घट रहे लिंग अनुपात में सुधार करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी आंगनवाड़ी सैंटरों में आंगनवाड़ी वर्करों की तरफ से इस वित्तीय सहायता के लिए फार्म भरे जाते हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय सहायता की अदायगी सीधी लाभार्थियों के आधार कार्ड लिंकड बैंक खातों/ डाकघर खातों में की जायेगी।
मंत्री ने आगे बताया कि पंजाब सरकार गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं के पोषण और सेहत स्थिति को तंदुरुस्त रखने के लिए लगातार कार्यशील है। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत राज्य में चालू वित्तीय साल के दौरान कुल 13321 महिला लाभार्थियों को 5.25 करोड़ रुपए की सहायता राशि वितरित की जा चुकी है।
डा. बलजीत कौर ने विभागीय अधिकारियों को हिदायत की कि राज्य के योग्य लाभार्थियों के फार्म तुरंत भरने यकीनी बनाऐ जाएँ। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को इस सम्बन्धी जागरूक करके अधिक से अधिक लाभ पहुँचाया जाये। उन्होंने कहा कि और ज्यादा जानकारी के लिए लाभार्थी अपने ज़िले के आंगनवाड़ी सेंटर/ दफ्तर बाल विकास प्रोजैक्ट अफ़सर और दफ़्तर ज़िला प्रोग्राम अफ़सर के साथ भी संपर्क कर सकते हैं।