छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की मंशानुसार जिला जेल में कैदियों के उत्थान हेतु कई धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम चलाए जा रहें हैं । इसी कड़ी में प्रतिमाह अनुसार परम् पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की कृपा पात्र शिष्या साध्वी प्रतिमा बहन का दिव्य सत्संग सम्पन्न हुआ । साध्वी बहन ने जेल में निवासरत बंदियों को बताया कि आप इसे जेल ना समझें। यह एक तपस्या स्थली है । ऐसा सोचें हमको ईश्वर ने ध्यान , भजन , कीर्तन करने के लिए एकांतवास दिया है । हम लगभग 3 वर्षो से यहाँ आकर सभी तीज त्यौहार और पर्व मनाते हैं । अभी चैत्रमास का महीना चल रहा है । यह बहुत ही पुण्यदायी मास है। इस मास में भगवान श्री राम , महावीर स्वामी जी , हनुमान जी , नवरात्रि और पूज्य बापूजी का अवतरण दिवस आता हैं । बहुत से महापुरुषों का जन्म चैत्रमास में हुआ है । भगवान महावीर स्वामी ने हमें अहिंसा परमो: धर्म का सन्देश दिया है । हम सबको उनका यह उपदेश जीवन मे धारण करना चाहिए । जेल के उच्च अधिकारियों से ज्ञात हुआ है कि हमारे सत्संग से बहुत से बन्दियों ने नशे से और अपराध से तौबा कर ली है उन्होंने शपथ ली है हम भविष्य में ऐसी सामाजिक बुराइयों से दूर रहेंगे । बहुत से बन्दियों के आग्रह पर हमारी समिति ने उन्हें मंत्र जाप के लिए आसान , माला और गोमुखी भेंट की है। अब वे अपना समय ईश्वरीय आराधना में लगा रहें हैं । देशभर में लगभग 1300 जेलें हैं। जहां लगभग 6 लाख से अधिक बंदी निवासरत हैं। उनके आध्यात्मिक उत्थान हेतु पूज्य बापूजी की कृपा से जगह – जगह इस प्रकार के आयोजन सम्पन्न हो रहें हैं । सत्संग , कीर्तन में लगभग 850 बन्दियों के अलावा 150 कर्मचारियों ने भी लाभ लिया । इस दैवीय कार्य में साध्वी रेखा बहन , समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई , खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई , गुरुकुल की संचालक दर्शना बहन , सुभाष इंगले ,अशोक कराडे , ओमकार इंगले , कन्हैया लाल साहू , मीणा गोधवानी , दीपा डोडानी , आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे । समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई ने जिला जेल अधीक्षक प्रतीक जैन और समस्त स्टॉफ़ का आभार व्यक्त किया ।