मंत्री मोहिंदर भगत के दिशा-निर्देशों और बागवानी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग वर्मा की निगरानी में, पंजाब ने रेशम की खेती में अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाई है और इससे ग्रामीण समुदायों के लिए स्थायी आजीविका सुनिश्चित की जा रही है। राज्य में गुरदासपुर, पठानकोट, होशियारपुर और रोपड़ में रेशम की खेती को काफी बढ़ावा मिला है।
इस संबंध में और जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा, “पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, ग्रामीण समुदायों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। सिल्क मार्क एक्सपो की सफलता हमारे उस संकल्प को दर्शाती है जो किसानों और कारीगरों के लिए बेहतर आजीविका सुनिश्चित करते हुए रेशम की खेती के क्षेत्र का विस्तार करना है।”
पंजाब बागवानी निदेशक श्रीमती शैलेंद्र कौर ने कहा कि शुद्ध रेशम उत्पाद कई उपभोक्ताओं को आकर्षित कर रहे हैं। 9 दिसंबर तक चलने वाला सिल्क एक्सपो-2024 लोगों के लिए शुद्ध रेशमी उत्पाद खरीदने और उनके बारे में जानने का एक अनोखा अवसर है।
एक्सपो में पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों की शानदार रेशम से बनी वस्तुएं जैसे साड़ियां, स्टोल, और घरेलू सजावट का सामान प्रदर्शित करने वाले विभिन्न स्टॉल लगाए गए हैं। एक्सपो में शुद्ध रेशम और रेशमी उत्पादों की महत्वपूर्ण बिक्री उपभोक्ताओं के बीच रेशम की बढ़ती मांग को दर्शाती है।