छिंदवाड़ा. (भगवानदीन साहू)- जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर पाकिस्तान से युद्ध ना करने का प्रार्थना पत्र दिया पत्र में बताया कि समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि भारत पाकिस्तान पर हमला करने वाला है । युद्ध हर समस्या का हल नहीं है । एक युद्ध देश की अर्थव्यवस्था को 20 वर्ष पीछे ढ़केल देगा । देश अभी कोरोना जैसी महामारी से उभरा है । युद्ध और रिश्ते हमेशा बराबरी वालों के साथ होना चाहिए । पाकिस्तान जैसे भूखे नंगे देश के साथ युद्ध भारत की प्रतिष्ठा के विपरीत है । पहलगाम में आतंकी हमला बेहद निंदनीय कृत्य है । रूस और यूक्रेन युद्ध से हमको सबक लेना चाहिए । यूरोपीय देश सीधे सीधे रूस पर हमला नहीं कर सकते थे इसलिए उन्होंने एक जोकर ज़ेलेंस्की को पकड़ा आज यूक्रेन पूरी तरह बर्बाद है। वहीं रूस और यूरोपीय देशों के हालात भी चिंता जनक है । अमेरिका जैसा सुपर पावर देश के हालात भी कुछ ठीक नही है । पूरे विश्व के लोगों को एक मात्र भारत से अपेक्षा है । अतः युद्ध इस समस्या का हल नहीं है । जितनी पाकिस्तान की आबादी है उससे ज्यादा गद्दार तो देश में विद्यमान है । हमने बहुत युद्ध पाकिस्तान से लड़े और जीते भी है पर समस्या आज भी समस्या ही है । इसका पूर्णरूप से इलाज होना आवश्यक है । हमको युद्ध के अलावा दूसरे कूटनीतिक विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए । सिंधु नदी का पानी रोकने के साथ आर्थिक बहिष्कार भी हो । सरकार को चाहिए कि देश में अनाधिकृत रूप से करोड़ों की संख्या में बंग्लादेशी , रोहिंग्या और पाकिस्तानी रह रहें हैं । उनको चिन्हित कर देश निकालने की कार्यवाही करना चाहिए । आखिर जनता के पैसे का सदुपयोग देश के विकास कार्यों में होना चाहिये ना कि इन शरणार्थियों के पालन पोषण में ।आज जो लोग देश मे युद्ध के लिए माहौल बना रहे है कल वही लोग सरकार को महंगाई , बेरोजगारी और देश को बर्बाद करने का आरोप जड़ेगे । देश में पाकिस्तानी समर्थक लोगों की भी लिस्ट तैयार की जाए और ऐसे राजनेताओं का और अन्य लोगो का भी जिनका दिल पाकिस्तान के लिए धड़कता है । उनका देश निकाला भी एक दम सटीक निर्णय होगा । आज भिखारी पाकिस्तान युद्ध के लिये उत्सुक दिख रहा है इसके पीछे सीधे सीधे चीन की रणनीति है क्योंकि चीन अब कभी भी भारत पर सामने से आक्रमण नहीं करेगा ! वो बंग्लादेश और पाकिस्तान को उकसायेगा । ऐसे युद्ध से हमें बचना चाहिए और सन 1947 के पहले देश का जो बंटवारा हुआ उसका मुख्य आधार धर्म था जिसमें पाकिस्तान मुस्लिम राष्ट्र बन गया और भारत धर्म निरपेक्ष कैसे बना इस पर भी उचित कार्यवाही होनी चाहिए । इस दौरान आधुनिक चिंतक हरशूल रघुवंशी ,राष्ट्रीय बजरग दल के नितेश साहू , कुंबी समाज के युवा नेता अंकित ठाकरे , साहू समाज के ओमी साहू ,पवार समाज के प्रमुख हेमराज पटले , कुंबी समाज के वरिष्ठ मार्गदर्शक सुभाष इंगले , युवा सेवा संघ के ओमप्रकाश डहेरिया , अश्विन पटेल ,कलार समाज के प्रमुख बबलू सूरज प्रसाद माहोरे ,आई टी सेल के प्रभारी भूपेश पहाड़े, अशोक कराडे , नारायण ताम्रकार , पवार समाज के प्रमुख हेमराज पटले ,रामराव लोखंडे मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।