प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि राजस्थान की जनता 3 दिसंबर को कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को छूमंतर करने वाली है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राजस्थान में जो वादें किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए पार्टी जी-जान लगा देगी. पीएम मोदी ने राजस्थान चुनाव के मद्देनजर राज्य के भरतपुर में विजय संकल्प सभा को संबोधित किया. राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.
पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अबसे ठीक एक हफ्ते बाद राजस्थान में वोटिंग होगी. लोग बीजेपी सरकार को लाने के लिए पुकार रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग यहां खुद को जादूगर कहते हैं. अब उन्हें राजस्थान की जनता कह रही है कि 3 दिसंबर कांग्रेस छूमंतर. अशोक गहलोत के पिता जादूगर थे और उन्होंने उनसे जादू सीखा था. कुछ वक्त तक उन्होंने इस पेशे को अपनाया भी था.
जनता को मिली पीएम मोदी की गारंटी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में वादा किया है कि वह राजस्थान को देश का अग्रणी राज्य बनाएगी. भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया जाएगा. बहनों-बेटियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी ने जो वादे किए हैं उन्हें पूरा करने के लिए हम जी-जान लगा देंगे. आपसे किए गए ये वादे जरूर पूरे होंगे ये मोदी की भी गारंटी है.
पीएम ने दंगों और पत्थरबाजी को लेकर राज्य सरकार को घेरा
राजस्थान में हो रहे अपराधों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कांग्रेस सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि एक तरफ भारत दुनिया में अग्रणी बन रहा है. दूसरी तरफ कांग्रेस ने पिछले पांच सालों में राजस्थान को भ्रष्टाचार, दंगों और अपराधों में अग्रणी बना दिया है. इसलिए राजस्थान कह रहा है – जादूगर जी कोनी मिले वोट जी.
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में यहां बहनों-बेटियों, दलितों और वंचितों के साथ सबसे ज्यादा अपराध और जुल्म हुआ. होली, रामनवमी या हनुमान जयंती हो, कोई भी त्योहार लोग शांति से नहीं मना पाए हैं. दंगे, पत्थरबाजी, कर्फ्यू राजस्थान में यही सब चलता रहा.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस जहां जहां आती है, वहां-वहां आतंकवादी, अपराधी और दंगाई बेलगाम हो जाते हैं. कांग्रेस के लिए तुष्टिकरण ही सबकुछ है. कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, चाहे इसके लिए आपका जीवन तक दांव पर क्यों न लगाना पड़े.