Saturday, July 26, 2025
Press Ki Taquat
No Result
View All Result
  • HOME
  • BREAKING
  • PUNJAB
  • HARYANA
  • INDIA
  • WORLD
  • SPORTS
  • ENTERTAINMENT
  • CAREER
  • EDUCATION
  • DHARAM
  • E-Paper
  • CONTACT US
Advertisement
No Result
View All Result
  • HOME
  • BREAKING
  • PUNJAB
  • HARYANA
  • INDIA
  • WORLD
  • SPORTS
  • ENTERTAINMENT
  • CAREER
  • EDUCATION
  • DHARAM
  • E-Paper
  • CONTACT US
No Result
View All Result
Press Ki Taquat
No Result
View All Result
ADVERTISEMENT
Home BREAKING

आज का पंचांग

admin by admin
in BREAKING, Dharm, INDIA
Reading Time: 1 min read
A A
0
आज का पंचांग
ADVERTISEMENT
  • Facebook
  • Twitter
  • WhatsApp
  • Telegram
  • Facebook Messenger
  • Copy Link

26 June 2024 का दैनिक पंचांग: 26जून 2024 को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है। इस तिथि पर धनिष्ठा नक्षत्र और विष्कुम्भ एवं प्रीति योग का संयोग रहेगा। दिन के शुभ मुहूर्त की बात करें तो बुधवार को अभिजीत मुहूर्त नहीं है। राहुकाल दोपहर 12:24-14:08 मिनट तक रहेगा। चंद्रमा कुंभ  राशि में मौजूद रहेंगे।

RelatedPosts

आज का पंचांग 20 सितंबर 2024

आज का पंचांग

0
मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड की स्थिति फिलहाल थोड़ी बेहतर है।

मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड की स्थिति फिलहाल थोड़ी बेहतर है।

0
आज का पंचांग 20 सितंबर 2024

आज का पंचांग

0
लिंगा आश्रम से पौधारोपण अभियान की शुरुआत

लिंगा आश्रम से पौधारोपण अभियान की शुरुआत

0

पंचांग कैलेण्डर • आज का पंचांग

0
आशीर्वाद योजना के तहत 4503 लाभार्थियों को 22.97 करोड़ रुपये जारी: डॉ. बलजीत कौर

आशीर्वाद योजना के तहत 4503 लाभार्थियों को 22.97 करोड़ रुपये जारी: डॉ. बलजीत कौर

0

हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।

तिथि पंचमी 20:55 तक
नक्षत्र धनिष्ठा 13:05 तक
प्रथम करण कौलव 10:03 तक
द्वितीय करण तैतिल 20:55 तक
पक्ष कृष्ण
वार बुधवार
योग विष्कुम्भ 06:13 तक
योग प्रीति 27:20 तक
सूर्योदय 05:27
सूर्यास्त 19:21
चंद्रमा कुम्भ 01:49 तक
राहुकाल 12:24-14:08
विक्रमी संवत् 2081
शक संवत 1944
मास आषाढ़
शुभ मुहूर्त अभिजीत नहीं

पंचांग के पांच अंग
तिथि
हिन्दू काल गणना के अनुसार ‘चन्द्र रेखांक’ को ‘सूर्य रेखांक’ से 12 अंश ऊपर जाने के लिए जो समय लगता है, वह तिथि कहलाती है। एक माह में तीस तिथियां होती हैं और ये तिथियां दो पक्षों में विभाजित होती हैं। शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि को पूर्णिमा और कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या कहलाती है।

ADVERTISEMENT

तिथि के नाम- प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, अमावस्या/पूर्णिमा।

नक्षत्र: आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम- अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।

वार: वार का आशय दिन से है। एक सप्ताह में सात वार होते हैं। ये सात वार ग्रहों के नाम से रखे गए हैं – सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।

योग: नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।

करण: एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।

Post Views: 283
  • Facebook
  • Twitter
  • WhatsApp
  • Telegram
  • Facebook Messenger
  • Copy Link
Previous Post

पंजाब विधान सभा स्पीकर ने सिक्ख योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर को उनके 308वें शहीदी दिवस पर भेंट की श्रद्धाँजलि

Next Post

50 मेगावाट सोलर पावर प्रोजैक्ट चालू होने से पी.एस.पी.सी.एल द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा सामर्थ्य में विस्तार

Related Posts

आज का पंचांग 20 सितंबर 2024
BREAKING

आज का पंचांग

0
मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड की स्थिति फिलहाल थोड़ी बेहतर है।
BREAKING

मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड की स्थिति फिलहाल थोड़ी बेहतर है।

0
आज का पंचांग 20 सितंबर 2024
BREAKING

आज का पंचांग

0
लिंगा आश्रम से पौधारोपण अभियान की शुरुआत
INDIA

लिंगा आश्रम से पौधारोपण अभियान की शुरुआत

0
BREAKING

पंचांग कैलेण्डर • आज का पंचांग

0
आशीर्वाद योजना के तहत 4503 लाभार्थियों को 22.97 करोड़ रुपये जारी: डॉ. बलजीत कौर
BREAKING

आशीर्वाद योजना के तहत 4503 लाभार्थियों को 22.97 करोड़ रुपये जारी: डॉ. बलजीत कौर

0
Next Post
पंजाब सरकार द्वारा पी. एस. पी. सी. एल के कर्मचारियों के प्रारंभिक वेतन में बढ़ोतरी: हरभजन सिंह ई. टी. ओ.

50 मेगावाट सोलर पावर प्रोजैक्ट चालू होने से पी.एस.पी.सी.एल द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा सामर्थ्य में विस्तार

Press Ki Taquat

© 2023 presskitaquat.com - Powered by AMBIT SOLUTIONS+917488039982

Navigate Site

  • HOME
  • BREAKING
  • PUNJAB
  • HARYANA
  • INDIA
  • WORLD
  • SPORTS
  • ENTERTAINMENT
  • CAREER
  • EDUCATION
  • DHARAM
  • E-Paper
  • CONTACT US

Follow Us

No Result
View All Result
  • HOME
  • BREAKING
  • PUNJAB
  • HARYANA
  • INDIA
  • WORLD
  • SPORTS
  • ENTERTAINMENT
  • CAREER
  • EDUCATION
  • DHARAM
  • E-Paper
  • CONTACT US

© 2023 presskitaquat.com - Powered by AMBIT SOLUTIONS+917488039982