नई दिल्ली, प्रेस की ताकत -22 नवंबर 2021
सयानी घोष की गिरफ्तारी को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग या फिर केंद्रीय गृह मंत्री या (धारा) 355 कहां है? भारत सरकार की ओर से त्रिपुरा को कितने नोटिस भेजे गए हैं? वे संविधान की परवाह नहीं करते, वो केवल लोगों को धोखा देना जानते हैं। आखिरकार उनकी हार होनी तय है।
मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि मैं आज दिल्ली जा रही हूं और बीएसएफ व बंगाल में विकास से संबंधित अन्य मुद्दों को लेकर मुझे परसों प्रधानमंत्री से मिलना है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के सभी सांसद, जो सुबह से धरने पर बैठे हैं, उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया है। मैं अपनी एकजुटता व्यक्त करने जा रही हूं।
बनर्जी ने कहा कि मैं इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से मिलूंगी। वो सहकारी संघवाद के नाम पर सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं और संघीय ढांचे तो नष्ट कर देना चाहते हैं। त्रिपुरा का मुद्दा दिल्ली, मुंबई और हर जगह उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के हर फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन यह सरकार सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों को भी नहीं मान रही है। यह अदालत की अवमानना है। प्रशासन, भाजपा और खुद मुख्यमंत्री सुप्रीम कोर्ट के फैसले की अवहेलना कर रहे हैं।
आज शाम ममता बनर्जी दिल्ली पहुंच रही हैं जहां वह विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात करने वाली हैं। इस दौरान मोदी सरकार को घेरने के लिए वे रणनीति भी तैयार करेंगी। इसके अलावा त्रिपुरा के मुद्दे पर धरना देने के लिए टीएमसी के 16 सांसद भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
इन सभी सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा है। वहीं ताजा जानकारी के अनुसार त्रिपुरा मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस द्वारा दी गई अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है। मामले की सुनवाई कल यानी मंगलवार को होगी।