लुधियाना, 20 सितम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भले ही अपनी राजनीतिक पारी जारी रखने का दावा किया हो लेकिन पंजाब कांग्रेस की राजनीति में कैप्टन का दौर खत्म हो गया है. इससे आम आदमी पार्टी के उन विधायकों के राजनीतिक भविष्य के लिए दुविधा पैदा हो गई है जिन्हें कैप्टन ने कांग्रेस में शामिल किया था। इनमें सुखपाल खैरा, जगदेव सिंह कमलू, पीरमल सिंह और नज़र सिंह मनशाहिया के नाम शामिल हैं।तीनों विधायकों द्वारा जीती गई सीटों पर कांग्रेस के पूर्व विधायक या मजबूत दावेदार हैं। नेतृत्व परिवर्तन के बाद इन दावेदारों ने अपना टिकट पक्का करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के विधायकों को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की संभावना पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम से और भी बढ़ गई है, जिसमें पंजाब कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष कुलजीत नागरा ने नवजोत सिद्धू का प्रतिनिधित्व किया। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कमलू की कुर्सी पर बैठने से लेकर मुख्य रूप से हैं। इसी तरह आप विधायकों के कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने पर रोक लगाने की बात हो रही है. हालांकि विधायक तब से कांग्रेस की गतिविधियों में हिस्सा लेते रहे हैं और नव नियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते रहे हैं, अगर पार्टी नेतृत्व ने उनके प्रति अपना रवैया नहीं बदला, तो नए विकल्प तलाशने होंगे।