कांग्रेस प्रभारी ने शुरू किया नेताओं से संवाद, पूछ रहे दो सवाल
चंडीगढ़, 22 जुलाई (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
हरियाणा में कांग्रेस ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कवायद तेज कर दी है। पार्टी एक साथ दो मोर्चों पर काम कर रही है। पहला लोकसभा की सभी दस सीटों के लिए चेहरे तलाशे जा रहे हैं। दूसरा काम संगठन के गठन का चल रहा है। नेताओं व वर्करों से जिलाध्यक्ष पद को लेकर नेताओं के पूछे जा रहे हैं। यह कवायद पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया ने शुक्रवार को शुरू की। पहले चरण में उन्होंने नई दिल्ली में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया।
फरीदाबाद के 80 से अधिक नेताओं ने बाबरिया से मुलाकात की। अहम बात यह है कि वे हर किसी से वन-टू-वन बातचीत कर रहे हैं। हर नेता को बातचीत के लिए 5 से 10 मिनट का समय बाबरिया ने दिया। उनसे मिलने वालों में मौजूदा व पूर्व सांसद-विधायक, चुनाव लड़ रहे नेता, एआईसीसी सदस्य, प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट्स, पूर्व जिलाध्यक्ष, नगर निगम के मेयर व पूर्व मेयर, जिला परिषद के चेयरमैन व पूर्व चेयरमैन के अलावा अग्रणी संगठनों – महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, सेवादल व एनएसयूआई पदाधिकारी शामिल रहे।
शुक्रवार को देर रात तक उनका संवाद चलता रहा। इसी कड़ी में शनिवार को वे गुरुग्राम पार्लियामेंट के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इसके बाद अगले सप्ताह इसी तरह दो और लोकसभा क्षेत्रों के नेताओं के साथ उनका संवाद होगा। बातचीत में शामिल रहे नेताओं ने बताया कि प्रभारी मुख्य रूप से दो बिंदुओं पर फीडबैक ले रहे हैं। उनका पहला सवाल था कि लोकसभा के लिए कौन सा उम्मीदवार मजबूत और जिताऊ रहेगा। वहीं वे दूसरा सवाल जिलाध्यक्ष को लेकर कर रहे हैं। यहां बता दें कि पिछले करीब नौ वर्षों से हरियाणा में कांग्रेस का संगठन नहीं बना है।
दीपक बाबरिया से पहले प्रभारी रहे शक्ति सिंह भी संगठन गठन के लिए कवायद शुरू कर चुके थे, लेकिन संगठन बनने से पहले ही उन्हें बदल दिया गया। अब बाबरिया नये सिरे से संगठन को लेकर नेताओं से फीडबैक जुटा रहे हैं ताकि सभी की सहमति से जिलाध्यक्ष का फैसला हो सके। इस कवायद से तय है कि पहले जिलाध्यक्ष का फैसला हो सकता है।
इसके बाद प्रदेश कार्यकारिणी और ब्लाक प्रधान को लेकर पार्टी निर्णय कर सकती है। फरीदाबाद के नेताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने इन दोनों सवालों पर चर्चा करने के अलावा उनके अन्य सुझाव और इच्छाएं भी जानी। वे सभी नेताओं द्वारा कही गई बात को नोट भी कर रहे थे। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान भी क्योंकि इसी पार्लियामेंट से आते हैं। इसलिए उन्होंने सुबह ही प्रभारी से मुलाकात की। इसके बाद वे पलवल लौट आए क्योंकि शुक्रवार को पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का यहां बाढ़ग्रस्त इलाकों में दौरा करने का कार्यक्रम था।
एनआईटी विधायक नीरज शर्मा, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर, पूर्व विधायक ललित नागर व रघुबीर सिंह तेवतिया, विजय प्रताप सिंह, सुधीर सिंगला व अन्य से मुलाकात की। बहरहाल, भाजपा की तरह अब कांग्रेस भी लोकसभा चुनावों की रणनीति बनाने में जुट गई है। कुछ संसदीय सीटों को छोड़कर गई जगहों पर कांग्रेस को नये चेहरे मैदान में उतारने पड़ेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि 2019 में उम्मीदवार रहे अवतार सिंह भड़ाना, भव्य बिश्नोई, चौ़ निर्मल सिंह व डॉ़ अशोक तंवर कांग्रेस छोड़ चुके हैं।