लुधियाना: कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने भले ही 9 माह से लटक रहे पंजाब कैबिनेट के विस्तार का मामला अब लुधियाना नगर निगम चुनाव के बाद हल करने का दावा किया है। सही अर्थों में इसके लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि लुधियाना नगर निगम चुनाव के बाद बजट सैशन व फिर पंचायत चुनाव का बहाना बनाया जाएगा। देश को कांग्रेस मुक्त बनाने के लिए भाजपा के सपने को पंजाब में करारा झटका लगा है, जिसके तहत अकाली-भाजपा को विपक्ष का दर्जा भी नहीं मिल पाया।कैप्टन की अगुवाई में बनी कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की संख्या अब तक पूरी न होने का मामला एक पहेली बना हुआ है। इसे लेकर पहले कहा गया कि कैप्टन वायदे पूरे करने का क्रैडिट मंत्रियों की जगह खुद लेना चाहते हैं। फिर यह बात सामने आई कि दावेदारों के मुकाबले मंत्री पद कम होने के कारण पेंच फंसा हुआ है। अभी कई ऐसे सीनियर विधायक हैं जो 3 से 4 बार लगातार जीते हैं और मंत्री रह चुके हैं उनको फिर से मंत्री बनाना जरूरी था। यहां दूसरी पार्टी से आए मनप्रीत बादल व नवजोत सिद्धू को मंत्री बनाने कारण 2 सीटें भर गईं जबकि पुराने कांग्रेसियों में ब्रह्म मङ्क्षहद्रा व राजिन्द्र बाजवा को छोड़कर बाकी सभी पहली बार मंत्री बने हैं। अब जो बाकी मंत्री बनने हैं उनमें कैप्टन अपने कुछ करीबियों को जगह देना चाहते हैं, जबकि राहुल गांधी द्वारा अपनी टीम के कुछ युवा चेहरों को मौका देने का दबाव बनाया जा रहा है।