संगरूर : भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां समेत पंजाब की सात संघर्षशील संगठनों द्वारा किसानी मांगों को लेकर केंद्र व पंजाब सरकार की गलत नीतियों विरुद्ध दिए चक्का जाम के आमंत्रण पर जिले में विभिन्न स्थानों पर चक्का जाम कर रोष प्रदर्शन किया गया। संगरूर के बडरूखां में ब्लाक प्रधान गोबिंद्र सिंह मंगवाल के नेतृत्व में लगाए धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में खेती सैंटर के लिए कोई विशेष आॢथक सहायता देने वाला फैसला नहीं लिया गया। आज पूरे देश में किसानों व मजदूरों के आर्थिक हालात डावाडोल हैं, जिसके चलते आत्महत्याएं करने का कार्य निरंतर जारी है पर सरकार इस वर्ग की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां तथा डकौंदा ग्रुप सहित 7 किसान संगठनों के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज किसानों द्वारा धूरी-संगरूर नैशनल हाईवे पर 2 घंटे आवाजाही को पूरी तरह से बाधित करते हुए चक्का जाम किया गया। इस मौके किसानों द्वारा केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। ट को किसान विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि कर्ज के बोझ तले दबे किसानों/मजदूरों के लिए सरकार द्वारा बजट में एक भी पैसे का प्रावधान नही रखा गया है, जबकि कॉर्पोरेट घरानों को हर साल करोड़ों रुपए माफ कर दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि बेहद गंभीर आर्थिक हालातों के चलते किसान खुदकुशियां कर रहे हैं तथा सरकार द्वारा खुदकुशी पीड़ित परिवारों तक के लिए भी किसी तरह की कोई राहत का ऐलान न करके उनके जख्मों पर मरहम तक नहीं लगाया जा रहा है।