पंजाब में पैट्रोलियम उत्पादों के और महंगा होने की आशंका कारण पंजाब के पैट्रोल पम्प मालिकों की घबराहट भी शुरू हो गई है कि पहले ही पैट्रोल तथा डीज़ल के भाव में 8 रुपए तथा 2.50 रुपए के फर्क से मोहाली सहित और भी पंजाब के सीमावर्ती पैट्रोल पम्प खाली हो गए हैं तथा यदि पंजाब में पैट्रोल तथा डीज़ल 2 रुपए और महंगा करने का फैसला लागू कर दिया गया तो पंजाब में बड़े स्तर पर औद्योगिक इकाइयों में होती डीज़ल की खपत भी पड़ोसी राज्यों में खिसक जाएगी अपितु राज्य सरकार ने तेल महंगा करके जो 1500 करोड़ रुपए इकट्ठा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, उससे राजस्व आधा रह जाएगा। पंजाब के मुकाबले चंडीगढ़, हरियाणा की पैट्रोल तथा डीज़ल पर वैट की दरें कम होने से पैट्रोल पम्प मालिकों के लिए पहले ही चिंता बनी हुई है कि उनका कारोबार पंजाब में लगातार कम हो रहा है परन्तु दूसरी ओर पैट्रोल पम्प मालिकों की चिंता कुछ दिन पहले किए गए फैसले से और बढ़ गई है जिसमें सरकार को पैट्रोल तथा डीज़ल में 2 रुपए प्रति लीटर और महंगा करने के अधिकार मिल गए हैं। परन्तु अभी विभाग ने इस बारे तैयारी करने के लिए नोटीफिकेशन जारी नहीं की है। वैसे अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल महंगा रहा था तथा अब उसके मूल्य गिरने कारण तेल महंगा होने का काम रोकने की चर्चा है। सूत्र बताते हैं कि तेल के ऊपर 2-2 रुपए में वृद्धि न करके 50-50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि किए जाने की संभावना है। ज्ञात रहे कि पंजाब के मुकाबले पड़ोसी राज्यों में पैट्रोल तथा डीजल के भाव में भारी अंतर होने कारण पंजाब में हर वर्ष 1500 करोड़ के करीब तस्करी करके तेल लाए जाने की चर्चा है जिससे उल्टा पैट्रोल पम्प मालिकों की बिक्री के अतिरिक्त राज्य सरकार के खजाने का भी नुक्सान हो रहा है परन्तु अभी तक वैट की दरें न कम करके यह नुक्सान हर वर्ष बढ़ने का अंदेशा बना रहता है। लुधियाना तथा मंडी गोबिन्दगढ़ में बड़ी संख्या में डीज़ल से भट्ठियां चलती हैं तथा पंजाब में 2 रुपए डीजल और महंगा होता है तो लुधियाना, मंडी गोबिन्दगढ़ की औद्योगिक इकाइयों की सारी बिक्री चंडीगढ़ चली जाएगी जहां कि पहले ही पंजाब से पैट्रोल 8 रुपए तथा डीज़ल 2.50 रुपए के करीब सस्ता है। पंजाब के पैट्रोल पम्प मालिक वर्षों से मांग करते रहे हैं कि तेल पर वैट की दरें चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के बराबर कर दी जाएं तो पंजाब की सीमा पर स्थित पैट्रोल पम्प में तो जान पड़ जाएगी अपितु पंजाब सरकार के राजस्व में ही 1500 करोड़ रुपए से ज्यादा की वृद्धि हो जाएगी। पैट्रोल पम्प डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा का कहना था कि तेल के ऊपर वैट की दरें तो कम हुई हैं परन्तु अब जब से 2-2 रुपए डीज़ल तथा पैट्रोल के ऊपर सैस लगाने का फैसला किया गया है पैट्रोल पम्प मालिकों की घबराहट और बढ़ गई है क्योंकि इससे लुधियाना, मंडी गोबिन्दगढ़ सहित और औद्योगिक इकाईयां 4.50 रुपए सस्ता डीजल मंगवाना शुरू कर देंगी इससे तो पंजाब भर के पैट्रोल पम्पों का वित्तीय नुक्सान होगा क्योंकि पंजाब में पैट्रोल 10 रुपए महंगा हो जाएगा।