2019 में होने वाले आम चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल एक बार फिर से मैदान में डट गए हैं। जहां कांग्रेस फिर से सत्ता में आने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही है वहीं भाजपा हाथ आई सत्ता को गंवाना नहीं चाहती। इन सबके बीच दुनिया के बड़े ब्रोकरेज हाऊस सीएलएसए (CLSA) के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट क्रिस्टोफर वुड का मोदी के ऊपर बड़ा बयान आया है। वुड के मुताबिक अगर मोदी दोबारा पीएम नहीं बनते तो भारत को काफी बड़ा नुक्सान हो सकता है।
ये हो सकते हैं नुक्सान
मोदी अगर फिर से चुनकर नहीं आते हैं तो भारत की ग्रोथ को बड़ा धक्का झटका लगेगा। अभी तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में निवेश नहीं किया है। इससे रुपया कमजोर हो सकता है।
रुपया कमजोर होने से कच्चे तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं। जिससे पेट्रोल-डीजल के दाम में वृद्धि होगी। खाने-पीने की चीजें भी महंगी हो सकती हैं।
अगर मोदी प्रधानमंत्री बने रहते हैं तो भारतीय शेयर बाजार पर भी इसका असर पड़ेगा क्योंकि वे सबसे ज्यादा मुनाफा दिलाने वाले रहेंगे। फिलहाल नॉमिनल जीडीपी के मुकाबले कॉरपोरेट प्रॉफिट काफी कम है जिसकी वजह से कंपनियां अभी तक कोई नय निवेश नहीं कर रही हैं।
भारत में पहसे से इनवेस्टमेंट साइकिल फिर से शुरू हुआ है, यह आगे और बढ़ सकता है। इससे बैंकिंग सिस्टम के एनपीए को सुधारने में मदद मिलेगी।
अगर म्यूचुअल फंड में निवेश में तेज गिरावट आई तो इससे मार्केट के लिए जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि अभी तक कमी तो आई लेकिन निवेश में गिरावट नहीं।
वुड के अलावा अमेरिकी फर्म मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक पिछले लोकसभा चुनाव के मुताबिक आगामी चुनाव आशावादी नहीं लग रहे, इससे बाजार के कमजोर होने की संभावना है।