अमृतसरः भारत-पाक सीमा पर पड़ते गांव मुहावा में एक स्कूल बस हादसे में 10 से 15 बच्चों को बचाने वाले विद्यार्थी करणबीर सिंह को 24 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समामनित करेंगे। करीब डेढ़ साल पहले हुए इस हादसे में बच्चों की जान बचाने वाले करणबीर को बहादरी पुरस्कार मिलने की खुशी तो है लेकिन साथ ही इस बात का दुख भी है कि वे मरने वाले बच्चों को बचा नहीं पाया। करणबीर ने यह बातें दिल्ली में इंडियन आर्मी चीफ विपन रावत द्वारा सम्मानित किए जाने के बाद बताई। गणतंत्र दिवस से दो दिन पहले करणबीर को तृतीय स्तर के संजय चोपड़ा अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इंडियन काऊंसिल ऑफ चाइल्ड वैल्फेयर,नई दिल्ली के निमंत्रण पर वह अपनी माता कुलविंदर कौर और पिता देवेंद्र सिंह संधू के साथ दिल्ली में केंद्र सरकार का मेहमान है। सीमावर्ती गांव गल्लूवाल के रहने वाले और नेष्टा स्थित एमके डीएवी पब्लिक स्कूल के छात्र करणबीर सिंह ने कहा कि 20 सितंबर 2016 की दोपहर उसे जिंदगी भर नहीं भूल पाएगी। बता दें कि इस दिन छुट्टी के बाद करण बाकी बच्चों के साथ बस में मुहावा के लिए निकला जैसे ही बस तंग पुली कारण बस गंदे नाले में जा गिरी थी जिस कारण 7 बच्चों की मौत हो गई थी लेकिन करणबीर 15 बच्चों को निकाल लाया था।