जनवरी 2022 में 24,06,000 रुपए मास्क का जुर्माना वसूला।
नही दी सूचना कि किस धारा के तहत पुलिस जनता को डंडे मारते है।
प्रत्येक रेहड़ी-फड़ी वाले को इनैलो का साथ।
लॉकडाउन की अवधि दौरान अम्बाला पुलिस की भिन्न थाना छेत्र में मास्क न लगने पर जुर्माना वसूला की गई कार्यवाही को लेकर जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त सूचना के आधार पर इनैलो कार्यकर्ता एडवोकेट दमनप्रीत सिंह ने बताया कि महामारी में आपदा को भी अम्बाला पुलिस ने अवसर में बदल दिया। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन-3 की अवधि में अम्बाला पुलिस द्वारा जनवरी 2022 में 24,06,000 रुपए मास्क का जुर्माना वसूला। इस सम्बन्धी कई बिंदुओं पर सूचना मांगी गयी थी कि लॉकडाउन में धार्मिक क्रियाओं,राजनीतिक क्रियाओं, सत्तापक्ष के मंत्रियो,विधायको व नेताओं की मीटिंगों व उद्घाटन समारोहों सम्बन्धी नियम की सत्यापित प्रति दें। लॉकडाउन में पुलिस आमजन को डंडे मार सकती है या नही, शारीरिक दण्ड दे सकती है या नही, उक्त अवधि में प्रत्येक जिले में कितने केस दर्ज किए गए,कितना जुर्माना वसूला गया, तब्लीकी जमात पर कितने केस दर्ज हुए, तब्लीकी जमात पर भारतीय दण्ड सहिंता की धारा 307 के तहत कितने पर्चे हुए, धारा 307 में पर्चा दर्ज करने के गृहमंत्री के आदेश की सत्यापित प्रति दी जाए। जिला अम्बाला बारे सूचना उपपुलिस अधीक्षक मुख्यालय के कार्यालय से प्राप्त हुई। सूचना के पहले 4 बिंदुओं पर सूचना यह कहकर देने से मना कर दिया गया कि यह निजी राय से सम्बंधित है। बिंदु 5 बारे बताया गया कि 25/03/2020 से 25/06/2020 तक जिले में कुल 402 अभियोग दर्ज हुए।जिले में तब्लीगी जमातियों के खिलाफ सिर्फ एक अभियोग दर्ज किया गया और भारतीय दण्ड सहिंता की धारा 307 के तहत एक भी अभियोग दर्ज नही किया गया। प्रश्न यह उतपन्न होना स्वभाविक है कि माननीय गृहमंत्री द्वारा तब्लीकियो के विरुद्ध जो धारा 307 का राग बारम्बार अलापा जा रहा था वो क्या सिर्फ जुमला या स्टंट था। लॉकडाउन की अवधि दौरान अम्बाला पुलिस द्वारा जनवरी 2022 में 24.06 लाख व फरवरी के प्रथम सप्ताह में 6.66 लाख जुर्माना वसूला जाना यह दर्शाता है कि अम्बाला पुलिस ने महामारी को भी अवसर में बदलने का कोई चांस नही छोड़ा। उन्होंने कहाकि गरीब रेहड़ी वालो की रेहड़ी अम्बाला छावनी प्रशासन द्वारा किस नियम या कानून के तहत जब्त की जाती है इस बारे सूचना प्राप्त होने पर सूचना सार्वजनिक की जाएगी और गरीब रेहड़ी-फड़ी वालो को राहत दिलाई जाएगी। इसके लिए अम्बाला छावनी के सभी रेहड़ी वालो से अपील है कि अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट हो जाएं, इनैलो उनकी प्रत्येक समस्या का समाधान करेगी।