चंडीगढ़, 5 जनवरी 2022, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
एक बार फिर मुख्य मंत्री चन्नी ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहत पर निशाना साधा है। ठेके पर रखे कर्मचारियों को पक्का करने के मामले में पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहत और मुख्य मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी आमने -सामने आ गए हैं। मुख्य मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी की तरफ से उठाए गए सवालों को पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहत ने ‘तत्थातमक तौर पर गलत ’ करार दिया है।
चन्नी ने कहा कि राज्यपाल जान बूझ कर राजनैतिक दबाव में फाइल को दबा रहे हैं। चन्नी ने सोमवार को ठेके पर रखे कर्मचारियों को पक्का करने की फाइल और शहरों के लिए ऐलानी वन टाईम सेटलमेंट की फाइल को भी राज्यपाल की तरफ से दबे जाने की बात कही।
बीते दिन कैबिनेट बैठक के बाद चन्नी ने कहा कि उन्होंने जब ठेका कर्मचारियों वाली फाइल राज्यपाल की तरफ से दबे जाने का मामला जनतक तौर पर उठाया, धरना देने की बात कही तो उस के बाद राज भवन महल ने फाइल पर कुछ ऐतराज़ लगा कर भेज दी। पंजाब सरकार ने तुरंत इन ऐतराज़ों का जवाब दे कर फाइल उसी दिन वापस भेज दी है।
चन्नी ने कहा कि यदि बुद्धवार तक राज्यपाल ने फाइल कलियर करके न भेजी तो गुरूवार को एक बार फिर कैबिनेट मंत्री समेत वह ख़ुद राज्यपाल को मिलने जाएंगे। मुख्य मंत्री ने एक बार फिर कहा कि चयन विवरण लगने में ज़्यादा समय नहीं रह गया है, उधर राज्यपाल जान बूझ कर भारतीय जनता पार्टी के दबाव में फाइल लटका रहे हैं। इसी कड़ी में वन टाईम सेटलमेंट की फाइल को भी कलियर करन की विनती की जा रही है।
चन्नी ने कहा कि बेहद मन्दभागी बात है कि फाइलें के मामले में राज्यपाल के स्तर पर राजनीति नहीं होनी चाहिए परन्तु यह शरेआम हो रही है।
दूसरे तरफ़ राज्यपाल ने बताया कि ठेका कर्मचारियों की सेवाओं को रेगुलर करने सम्बन्धित फाइल 6 सवालों के साथ पंजाब के मुख्य मंत्री दफ़्तर भिजवा दी गई थी, जिस का जवाब सूबा सरकार की तरफ से अभी तक नहीं दिया गया है।