चंडीगढ़,1 अक्टूबर (शिव नारायण जांगड़ा)- मुख्य मंत्री बनने के बाद चरनजीत की तरफ से पहली बार प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के साथ मुलाकात की गई। लगभग 40 मिनट चली इस मुलाकात के बाद चरनजीत चन्नी ने कहा कि यह एक रस्मिया मुलाकात थी जो एक ख़ुशगवार माहौल में हुई है। उन कहा कि प्रधान मंत्री के साथ उन की लम्बी चर्चा हुई, जिस में उन मुख्य तौर पर पंजाब के साथ सम्बन्धित तीन मुद्दे चुके हैं। उन कहा कि पहला मुद्दा उन धान की देरी के साथ शुरू हो रही खरीद का उठाया है। उन कहा कि 70 सालों में यह पहली बार है जब धान की खरीद 10 दिन देरी के साथ शुरू हो रही है, लिहाज़ा उन इस को जल्द शुरू करवाने की विनती की है। इस पर प्रधान मंत्री ने कहा कि वह इस बारे विचार करके जल्दी ही कोई फ़ैसला लेंगे। दूसरा उन कहा कि पंजाब एक कृषि सूबा है और यहाँ के लोगों की अरथविवसथा ज़्यादातर खेती पर निर्भर करती है। मैं उन को कहा कि तीन खेती कानूनों को ले कर जो विवाद चल रहा है इस को ख़त्म किया जाये। इस पर प्रधान मंत्री ने कहा कि वह भी इस मसले का हल चाहते हैं। मुख्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ बातचीत का रास्ता फिर इख्तियार करे क्योंकि किसी भी मसले का हल बातचीत के साथ ही होता है। चन्नी ने कहा कि पंजाब तो ही तरक्की कर सकेगा अगर हमारा किसान और मज़दूर ख़ुशहाल होगा। पंजाब ने हमेशा देश के लिए, देश की एकता और आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी है। लिहाज़ा पंजाब को ऐसे मामलों से दूर रखना चाहिए। तीसरा उन कहा कि पाकिस्तान और भारत बीच जो कौरीडोर बना है, यहाँ से ही सिक्ख संगत अपने गुरू साहब के घर को दर्शन दीदार करन जाती है। उन कहा कि यह कौरीडोर कोरोना कारण बंद किया गया था। उन कहा कि अब इस को तुरंत खोला जाना चाहिए जिससे संगत गुरू घर नतमस्तक हो सके। मुख्य मंत्री ने कहा कि इस के इलावा प्रधान मंत्री के साथ औरगैनिक खेती सम्बन्धित भी बातचीत हुई है।