चंडीगढ़, 24 दिसंबर 2021, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
पंजाब के डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस ( डी.जी.पी.) सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने शुक्रवार को सभी सीपीज़ /एसएसपीज़ को राज्य में शान्ति और सांप्रदायिक सदभावना को यकीनी बनाने के मद्देनज़र रोकथाम, सावधानी और संचालन सुरक्षा उपाय और सक्रियता से तेज़ करने के निर्देश दिए हैं।
डी.जी.पी. के साथ ए.डी.जी.पी. अंदरूनी सुरक्षा आर.एन ढोके, एडीजीपी एसटीएफ हरप्रीत सिंह सिद्धू, ए.डी.जी.पी इंटेलिजेंस ए.एस. राय, ए.डी.जी.पी. मतदान श्रीमती शशि प्रभा द्विवेदी और एडीजीपी लॉ एंड आर्डर डॉ. नरेश अरोड़ा ने राज्य में अपराध की स्थिति की समीक्षा करने के लिए सभी सीपीज़ /एसएसपीज़ के साथ उच्च स्तरीय वर्चुअल मीटिंग की। यह मीटिंग हाल ही में लुधियाना कोर्ट कंपलैक्स में हुए बम धमाके के मद्देनज़र की गई।
डी.जी.पी. सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने सीपीज /एसएसपीज को स्पष्ट हिदायतें दीं कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाज़त न दी जाये और यदि कोई व्यक्ति किसी भी हिंसक गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो उसके साथ सख्ती से निपटा जाये और उचित अपराधिक केस तुरंत दर्ज किये जाएँ।
चल रहे त्योहारों के सीजन के मद्देनज़र डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को सभी संवेदनशील स्थानों पर चौकसी रखने और नाकों पर अधिक से अधिक पुलिस बल तैनात करने के साथ-साथ बाज़ारों, बस स्टैंडों, रेलवे स्टेशन समेत भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर दिन-रात पुलिस गश्त और चैकिंग को यकीनी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान आम लोगों ख़ास कर महिलाओं और बुज़ुर्गों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अपने सम्बन्धित जिलों में पुलिस कंट्रोल रूम और मोबाइल गश्त को सक्रिय करने के भी आदेश दिए।
डीजीपी ने सीपीज़ /एसएसपीज़ को सख़्त हिदायतें भी दीं कि डीजीपी या एडीजीपी सुरक्षा के उचित आदेशों से बिना किसी भी व्यक्ति को अनाधिकारित सुरक्षा न दी जाये। यदि पहले ही ऐसा किया गया है तो एक दिन के अंदर सुरक्षा वापस ली जाये। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को पुलिस-अपराधिक गठजोड़ में शामिल पाये जाने पर उनके विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी।
डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने सीपीज /एसएसपीज को भी हिदायत की कि वह नशा तस्करों /सप्लायरों के विरुद्ध अपनी कार्यवाही जारी रखें जिससे नशों की सप्लाई चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने हरेक पुलिस अधिकारी /कर्मचारी को नशा तस्करी में शामिल लोगों की शिनाख़्त करने के लिए मिलकर काम करने के लिए कहा और उनके सम्बन्धित जिलों में नशीले पदार्थों की बिक्री को रोकने के लिए विशेष टास्क फोर्स (एस.टी.एफ) के साथ तालमेल करने के लिए हर संभव यत्न किये जाएं।
पंजाब विधान सभा मतदान-2022 के नज़दीक होने के कारण डीजीपी ने सीपीज़ /एसएसपीज़ को अपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस नाकों की कार्यकुशलता बढ़ाने के साथ-साथ उनके सम्बन्धित क्षेत्रों में सक्रिय अपराधी तत्वों की पहचान करके उनको सलाखों के पीछे भेजने के लिए कहा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को यह भी हिदायत की कि उपद्रवीयों, पैरोल जंपर, पी.ओज़ और फिरौती, हथियारों और गोला-बारूद रखने के मामलों में शामिल व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के लिए अधिक से अधिक छापेमारी की जाये।