अमृतसर, 14 जनवरी 2022, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
पंजाब पुलिस ने एक बार फिर आतंकवादी साज़िश को नाकामयाब किया है। मतदान से पहले पंजाब को दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम हुई है। नवांशहर के बाद अमृतसर में भी भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है। पुलिस ने इलाके में सर्च आपरेशन चलाया है।
पुलिस को बड़ी कामयाबी के अंतर्गत अमृतसर में 4-5 किलो विस्फोटक पदार्थ मिला है। जानकारी मुताबिक धनोआ कला में बहुत ही बड़ी मात्रा में धमाकाखेज़ सामग्री बरामद हुई है। फ़िलहाल सपैशल टास्क फोर्स ने इलाके की तलाशी शुरू कर दी है। हाल ही में गुरदासपुर में भी आरडीएक्स बरामद हुआ था। इस के साथ ही पिछले साल दिसंबर में लुधियाना स्थित कोर्ट कंपलैक्स में धमाका हुआ था। पंजाब में अगले महीने विधान सभा चुनाव है।
मीडिया रिपोर्टों मुताबिक ऐस्सऐस्सपी राकेश कॉल समेत कई अधिकारी मौके पर पहुँच गए हैं। जिस जगह से विस्फोटक बरामद हुआ है, वह भारत -पाकिस्तान सरहद से कुछ दूरी पर स्थित है। फ़िलहाल तलाशी मुहिम जारी है और मौके पर भारी सुरक्षा बल तैनात है। पुलिस की तरफ से कथित आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। हाल ही के समय में पंजाब में कई बार विस्फोटक बरामद होने की खबरें आईं हैं।
पुलिस ने बताया कि मुलजिम की पहचान सुखविन्दर निवासी अमृतसर के तौर पर हुई है। पुलिस ने बताया कि उसे दीनानगर से गिरफ़्तार किया गया था और उस के पास एक पिस्तौल भी बरामद किया गया था। पूछताछ दौरान उस ने विस्फोटक बारे बताया और फिर एक किलो आरडीएक्स बरामद हुआ।
पंजाब के दीनानगर से एक किलो आरडीएक्स बरामदहोने से दो दिन बाद ही पुलिस ने गुरदासपुर में एक टिफिन बम और चार गरनेड बरामद किये हैं। समकालीन डीजीपी इकबालप्रीत सिंह सहोता ने बताया था कि गुरूवार को सूबे के गाँव सलेमपुर में जांच दौरान गुरदासपुर सदर थाना इंचार्ज को सड़क किनारे झाड़ियों में एक संधिग्द बोरी पड़ी मिली। सहोता ने बताया कि जांच करने पर उन को गरनेड और एक टिफिन बम मिला है।
सहोता ने बताया कि सरहदी सूबे में से हाल ही में आर.डी.ऐकस, ग्रेनेड और पिस्तौलों की बरामदगी को देखते हुए गज़टिड आधिकारियों की निगरानी में थानेदारों की तरफ से पूरे सूबे में नाके लगाए गए हैं। पंजाब पुलिस ख़ास कर बार्डर ज़िला पुलिस बल हाई अलर्ट पर है और उप मुख्य मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा की हिदायतों पर रात समय ड्यूटी पर रहते कार्यवाही की जा रही है। एक बयान में उन कहा कि एडीजीपी रैक के कई आधिकारियों को सरहदी जिलों की विशेश
निगरानी करने के निर्देश जारी किये गए हैं।