नई दिल्ली, 10 सितम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- देशभर में आज से दस दिवसीय गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। हालांकि पूज्य गणपति बप्पा की पूजा हमेशा शुभ होती है, लेकिन इन दस दिनों के दौरान की गई पूजा बहुत ही लाभकारी और फलदायी होती है। इस दिन मनाई जाने वाली चतुर्थी वर्ष की सबसे बड़ी चतुर्थी मानी जाती है। यद्यपि आने वाले वर्ष में किसी भी चतुर्थी पर भगवान गणपति की पूजा करने से घर में समृद्धि, सौभाग्य और धन की प्राप्ति होती है, शास्त्र चतुर्थी के दिन उपवास और पूजा के महत्व पर जोर देते हैं। तो आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी की पूजा कैसे करें:-
गणेश चतुर्थी के दिन दिव्य मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से शुद्ध होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इस दिन लाल रंग पहनना बहुत शुभ होता है।
पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके शुद्ध आसन पर बैठकर गणपति की पूजा करें।
श्री गणेश जी को पंचामृत से स्नान कराएं और फिर केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा अर्पित करें और कपूर को जलाकर उनकी पूजा करें। उन्हें मोदक के लड्डू दें। उन्हें लाल फूलों से विशेष लगाव है।
श्री गणेश जी के श्री स्वरूप को उत्तर-पूर्व कोने में स्थापित करें और उनका श्री मुख पश्चिम की ओर होना चाहिए।
अब कच्चे धागे पर सात गांठें बांधकर बप्पा के चरणों में रख दें.अगर आप इस धागे को विसर्जन से पहले अपने पर्स में रखते हैं तो धन की प्राप्ति होती है. पैसे और अनाज की कभी कमी नहीं होगी।