नई दिल्ली, 13 जनवरी 2022, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
देश में कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी गुरुवार को कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शाम 4.30 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक करेंगे। इस बैठक में कई अहम ंमुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। वहीं इससे पहले बीते रविवार को भी एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड स्थिति की समीक्षा करते हुए पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने और मिशन मोड में किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान को तेज करने का आह्वान किया था।
कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित 60 साल से अधिक आयु के मरीजों को टीकों की एहतियाती खुराक दिए जाने की मुहिम शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री मोदी अक्सर इस बात पर जोर देते रहे हैं कि टीकाकरण कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सबसे प्रभावी हथियार है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2020 में महामारी की शुरुआत होने के बाद से कई दफा मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें कर स्थिति की समीक्षा कर चुके हैं.
क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद देश में प्रतिबंधों को और कड़े किए जा सकते हैं। संभवत: इस बैठक में लॉकडाउन पर भी विचार किया जा सकता है। लेकिन अंतिम निर्णय पीएम मोदी ही ले सकेंगे। बता दें कि नई दिल्ली, महाराष्ट्र ,पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं।
इससे पहले PM ने रविवार को देश में कोविड-19 महामारी के हालात, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की चल रही तैयारियों, देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति, ओमिक्रोन के प्रसार की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी. उन्होंने इस दौरान जिला स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी पर्याप्त बुनियादी ढांचा सुनिश्चित किए जाने और वयस्कों के लिए टीकाकरण मुहिम मिशन मोड पर तेज किए जाने की अपील की थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि राज्यों के हालात, तैयारियों और जन स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई जाएगी.
इन मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना
इस बैठक के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, आईसीयू (ICU), पीएसए संयत्र, ऑक्सीजन बेड, आईटी हस्तक्षेप, मानव संसाधन, और टीकाकर की स्थिति पर समीक्षा की जा सकती है।
संसद भवन के 718 कर्मचारी कोरोना संक्रमित
सूत्रों के अनुसार अब तक संसद भवन के 718 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। खतरे को देखते हुए अब संसद के दोनों सदनों को शिफ्ट में बुलाने पर विचार किया जा रहा है। दोनों सचिवालयों को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें प्रस्ताव दिया गया है कि संसद के बजट सत्र के आगामी पहले भाग में सदनों को शिफ्ट के हिसाब से चलाया जाए।