पटियाला, 1 अक्टूबर (प्रेस की ताकत बयूरो)- अमरिन्दर सिंह को मुख्य मंत्री के ओहदे से हटा कर चरनजीत सिंह चन्नी को मुख्य मंत्री बनाने के बाद नये फ़ैसलों से सिर्फ़ नवजोत सिंह सिद्धू ही दुखी नहीं बल्कि इस माझा ब्रिगेड ने कैप्टन ख़िलाफ़ डट कर लड़ाई लड़ी। वह भी नये व्यवस्था से खुश दिखाई नहीं दे रहे। सूत्रों अनुसार विभागों की बाँट में माझे को वह अहमीयत नहीं मिली जो कि कैप्टन सरकार के समय उन को मिली हुई थी। बेशक उप मुख्य मंत्री बने सुखजिन्दर सिंह रंधावा को उन के पुराने सहकारिता और ज़ैल विभाग साथ-साथ ग्रह विभाग दिया है परन्तु यह ग्रह विभाग सुखजिन्दर सिंह रंधावा को ‘लंगड़ा ’ मिला है। आम तौर पर ग्रह विभाग के साथ जस्टिस, लीगल एंड लाजिसलेटिव अफेयर और विजीलैंस होता है परन्तु रंधावा को सिर्फ़ ग्रह विभाग दिया है।
इस के इलावा लीगल एंड लाजिसलेटिव अफेयर और विजीलैंस विभाग मुख्य मंत्री चन्नी ने अपने के पास रख लिया है। इस का मतलब यह हुआ कि सुखजिन्दर रंधावा अधीन सिर्फ़ पुलिस रह गई है। यदि पुलिस किसी ख़िलाफ़ पर्चा दर्ज कर भी देती है तो उस का चालान मुख्य मंत्री चन्नी वाले विभाग जस्टिस, लीगल एंड लाजिसलेटिव अफेअरज़ ने अदालत में पेश करना होता है, जिस में कई तरह की समस्याएँ आतीं हैं। यदि पुलिस को कमज़ोर करना हो तो जस्टिस विभाग चालान रोक सकता है या उसे पैंडिंग कर सकता है। ऐसे में उप मुख्य मंत्री के पास सिर्फ़ पुलिस की कमांड है, जिस का काम लगा एंड आर्डर मेंटेंन रखना होता है।
इसी तरह माझे के दूसरे बड़े नेता सुखविन्दर सिंह सरकारिया के पास पहले हाउसिंग एंड अरबन डिवैल्लपमैंट, माइनिंग, वाटर रिसोर्सिज विभाग था जबकि अब पंजाब का सब से अहम विभाग माइनिंग उन से छीन लिया गया है। यह विभाग मुख्य मंत्री चन्नी ने अपने के पास रख लिया है। माझे के तीसरे बड़े नेता तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा से हायर एजुकेशन विभाग ले लिया गया है। यह विभाग पंजाब का काफ़ी अहम विभाग है, जिस के अधीन पंजाब की समूचे यूनिवर्सिटियाँ और समूचे कालेज आते हैं। यह विभाग तृप्त बाजवा से वापस ले लिया गया है।
सूत्रों अनुसार माझा ब्रिगेड फ़िलहाल चुप है परन्तु अंदर से यह बड़े नेता विभागों की छेडछाड करन से दुखी हैं। कै. अमरिन्दर सिंह को हटाने में सब से बड़ा योगदान माझे के इन बड़े नेतायों का ही रहा है परन्तु मुख्य मंत्री बदलने का माझा ब्रिगेड को लाभ होने की बजाय नुक्सान ही हुआ है।