चंडीगढ़, 01 नवंबर (प्रेस की ताकत संवाददाता) : राज्य के कृषि सैक्टर को बड़ी राहत देते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के साथ मिलकर निजी चीनी मिल मालिकों के साथ मीटिंग के दौरान फ़ैसला लिया कि गन्ने के स्टेट ऐग्रीड प्राइस (एस.ए.पी.) में 50 रुपए प्रति क्विंटल वृद्धि का 30 प्रतिशत हिस्सा प्राईवेट चीनी मिल मालिक जबकि बाकी 70 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी।
ज़िक्रयोग्य है कि चीनी मिलें जल्द से जल्द चालू करवाने के लिए कुछ दिनों पहले किसानों ने मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात की थी परन्तु मिल मालिक 50 रुपए प्रति क्विंटल का बोझ उठाने से इन्कार कर रहे थे।
इस रुकावट को ख़त्म करने के लिए आज मिल मालिकों के साथ मीटिंग तय की गई। मीटिंग में फ़ैसला किया गया कि सांझे रूप में भाव का 70 प्रतिशत बोझ राज्य सरकार और 30 प्रतिशत प्राईवेट शुगर मिल मालिकों के द्वारा वहन किया जायेगा।
किसानों के हितों की रक्षा के मद्देनज़र मुख्यमंत्री ने मिलें जल्द कार्यशील करने के लिए तैयारी करने के हुक्म दिए जिस पर मिल मालिकों ने निश्चित समय पर काम शुरू करने के लिए सहमति अभिव्यक्त की।
बताने योग्य है कि साल 2021-22 में गन्ने का भाव 310 से रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ा कर 360 रुपए प्रति क्विंटल किया गया था।
अब गन्ने के 360 रुपए प्रति क्विंटल के कुल भाव में से 325 रुपए प्रति क्विंटल प्राईवेट चीनी मिलें अदा करेंगे जबकि बाकी 35 रुपए प्रति क्विंटल सरकारी खजाने की तरफ से वहन किया जायेगा।
इस मौके पर दूसरों के इलावा मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवाड़ी, वित्त कमिश्नर (सहकारिता) अनुराग अग्रवाल, प्रमुख सचिव (वित्त) के.ए.पी. सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव हुसन लाल और शूगरफैड्ड के एमडी राजीव गुप्ता शामिल हैं।