नईं दिल्ली /चंडीगढ़, 24 दिसंबर 2021, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
दिल्ली में कई सालों से रोकी गई पंजाब सरकार की बस सर्विस को चलाने के लिए अलग-अलग समय पर लिखे कई पत्रों का जानबुझ कर जवाब न देने के रोष के तौर पर आज पंजाब के परिवहन मंत्री स. अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग ने अरविन्द केजरीवाल की सरकारी रिहायश के बाहर धरना लगाया। धरने का नेतृत्व करते हुये राजा वड़िंग ने केजरीवाल को चुनौती दी कि वह ऑर्बिट बसों को दिल्ली भर में चलने की इजाज़त देने के लिए बादलों के साथ की सांठगांठ और पी.आर.टी.सी. को रोके जाने संबंधी स्थिति स्पष्ट करें।
राजा वड़िंग ने केजरीवाल पर बरसते हुये उसे आदतन झूठा करार देते हुये कहा कि स्टेट ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (एस.टी.यू.) की वॉल्वो बसों को इंद्रा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक जाने से रोकने पर उनको सिर्फ़ आई.एस.बी.टी. तक सीमत करने और इसके विपरीत प्राईवेट बस आप्रेटरों को हर तरह की इजाज़त देकर जहाँ केजरीवाल का दोगला किरदार सामने आया है, वहीं उसके झूठ का पर्दाफाश हो गया है जिसमें उसने पंजाब में ट्रांसपोर्ट माफिया को ख़त्म करने की बात कही है।
दिल्ली में मुख्यमंत्री केजरीवाल के निवास के बाहर सुबह के समय पर पहुँचे राजा वड़िंग ने इस नाजुक मुद्दे पर बात करते हुये कहा, ‘केजरीवाल पंजाब को लूटने वाले ट्रांसपोर्ट माफिया का हिस्सा है।’’ उन्होंने कहा कि यह पता लगने पर कि मैं यहाँ आ रहा हूं, केजरीवाल जल्द ही भाग निकला जबकि उसका स्टाफ उसकी मौजुदगी के बारे झूठ बोलता रहा। पंजाब के परिवहन मंत्री ने कहा कि उनको यकीन है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पंजाब जाने से पहले उनको ज़रूर मिलेंगे, जहां जाकर वह ट्रांसपोर्ट माफिया को ख़त्म करने के लिए कई नयी ‘गारंटियां’ पेश करेंगे।
वड़िंग ने बतौर परिवहन मंत्री का पद सँभालने के तुरंत बाद 07 अक्तूबर, 2021 को केजरीवाल को पत्र लिखकर लंबे समय से लटक रहे इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मीटिंग करने के लिए उचित तारीख़ और समय देने की अपील की थी। विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक यह पत्र पिछले परिवहन मंत्री रज़िया सुल्ताना की तरफ से 29 -11 -2019, 16 -3-2020 और 24 -2-2021 को दिल्ली के मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर लिखे तीन पत्रों की लगातारता में था।
प्रवक्ता ने बताया कि इस पत्र-व्यवहार से पहले, प्रमुख सचिव परिवहन श्री के. सिवा प्रसाद ने 06 दिसंबर, 2018 से 21 अगस्त, 2019 के दरमियान अपने दिल्ली के समकक्ष के पास चार बार लिखित रूप में यह मुद्दा उठाया था।
पंजाब के परिवहन मंत्री ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्या सिंधिया के पास भी लिखित तौर पर यह मुद्दा उठा कर दिल्ली एयरपोर्ट पार्किंग सेवाओं को पंजाब स्टेट अंडरटेकिंग की बसों को हवाई अड्डे पर यात्रियों को उतारने की इजाज़त देने के लिए ज़रूरी दिशा-निर्देश जारी करने की विनती की थी।