सु्प्रीम कोर्ट ने एक फैसले की सुनवाई के दौरान इस कानून में कुछ बदलाव किए हैं। केंद्र सरकार कानून में बदलाव को वापस लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन लगाने की बात कह रही है, लेकिन पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है। दलित संगठन विरोध में सड़क पर उतर आए हैं। उत्तरप्रदेश, गुजरात, पंजाब और मप्र में बड़े पैमाने पर हिंसा हो रही है। हम बता रहे हैं आखिर एक्ट में ऐसे कौन से बदलाव कर दिए गए, जिनसे इतना हंगामा मचा हुआ है।
>SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज होने के बाद आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी नहीं होगी।
> आरोपों की डीएसपी स्तर का अधिकारी जांच करेगा। आरोप सही पाए गए तभी कार्रवाई होगी।
> कोई सरकारी कर्मचारी अधिनियम का दुरुपयोग करता है तो उसकी गिरफ्तारी के लिए विभागीय अधिकारी की अनुमति जरूरी होगी।
> आम आदमियों के लिए गिरफ्तारी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की लिखित अनुमति के बाद होगी।
> ऐसा मामला आने पर अब कोर्ट इसमें सुनवाई के बाद ही फैसला लेगा। अभी तक कोर्ट अग्रिम जमानत नहीं देता था।