पटियाला, 2 दिसम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- शाही शहर पटियाला के मेयर की कुर्सी को ले कर माननीय पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई होने के बाद जहाँ मेयर धढ़ा बागोबाग है, वहाँ लोकल शरीर मंत्री धढ़ो के कौंसलरें के बीच मायूसी छाई हुई है। इस सुनवाई के बाद कैप्टन अमरिन्दर सिंह ज़िंदाबाद के नारों के साथ पटियाला पहुँचे संजीव शर्मा बिट्टू फिर मेयर की कुर्सी पर बैठे, जिस दौरान बीबा जयइंदर कौर भी मौजूद रहे। दूसरे तरफ़ लोकल शरीर मंत्री ख़ामोश हो गए हैं। नगर निगम में ऐसा माहौल लग रहा था कि संजीव सरमा बिट्टू कांग्रेस पार्टी के नहीं, बल्कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की पार्टी के मेयर होने। इस दौरान कांग्रेस पार्टी का नाम तक भी नहीं लिया गया। इस मौके बड़ी संख्या में काऊंसलर मौजूद रहे। बातचीत करते मेयर संजीव सरमा बिट्टू ने कहा कि उन को साजिश के अंतर्गत निरस्त करन का संकल्प पाया गया था, जो कि बिल्कुल गलत था और निराधार था। इस दौरान बिट्टू ने कहा कि पंजाब सरकार ने अपनी हार मान के लिए है और अदालत में जा कर भी कह दिया है कि हम मेयर को हटाने का कोई हुक्म के पास नहीं किया, जिस के साथ विरोधी पक्ष को मुँह की खानी पड़ी है। इस लिए हम अब लोगों की पहले की तरह सेवा करेंगे और जो लोग शहर निवासियों की सेवा में रुकावट डालना चाहुदे हैं, वह सफल नहीं हो सकेंगे। नगर निगम पटियाला मेयर मामले को ले कर जो केस माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहा है, उस मामले पर बीते दिन सुनवाई हुई। जानकारी मिली है कि सरकार की तरफ से इस केस में पेश हो कर कहा गया है कि हम अजय तक मेयर को ले कर कोई भी फ़ैसला नहीं लिया। ज़िक्रयोग्य है कि 25 नवंबर को हुई हाऊस मीटिंग दौरान जो मेयर संजीव सरमा बिट्टू को हाऊस की तरफ से निरस्त करन का संकल्प पाया गया था, अजय तक उस संकल्प को सरकार की तरफ से परवानगी नहीं मिली है, यह संकल्प सरकार के पास पैंडिंग है।