अम्बाला :- रीना सिंगला राष्ट्रीय महिला परिषद अम्बाला अध्यक्षा अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि 26 एवम 27 मार्च 2022 को एएचपी अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की वार्षिक बैठक गुजरात में संपन्न हुई 4 वर्षों में देश भर के सभी जिलों में 15 लाख से ज्यादा सक्रिय साथी हो चुके हैं 15 से अधिक सह संगठन हैं. वार्षिक बैठक में केंद्र व राज्य सरकारों और कश्मीर से मथुरा, आसाम और महिला, हिंदू सुरक्षा पर प्रस्ताव पारित हुए 26 तारीख मार्च 2022 को गुजरात के कर्णावती में डॉक्टर प्रवीण तोगड़िया की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, एएचपी राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय महिला परिषद, ओजस्विनी, राष्ट्रीय छात्र परिषद, राष्ट्रीय किसान मजदूर परिषद, हिंदू हेल्पलाइन, इंडिया हेल्पलाइन सहित 15 से अधिक संगठनों की वार्षिक अखिल भारतीय बैठक हुई. बैठक में देश भर से सभी संगठनों के 160 से अधिक अधिकारी उपस्थित रहे खुली चर्चा में प्रस्ताव पारित हुए। एएसपी ने हरियाणा सरकार के धर्म विरोधी कानून पर उनका अभिनंदन किया। कुछ राज्यों में नई सरकारें आईं, उनका भी अभिनंदन किया। 2018 में स्थापना के बाद अब 2022 की अखिल भारतीय बैठक में इन 4 वर्षों के विस्तृत कामों की जानकारी सांझा हुई । भारत के सभी जिला, तहसील, ब्लाक में एएचपी का संगठन फैल गया है. वीर हिंदू, विजेता हिंदू के अंतर्गत कर्णावती में 5000 युवाओं को त्रिशूल धारण करवाया गया और देश भर में 2 करोड युवाओं को त्रिशूल दिया जाएगा। देवेश उपाध्याय राष्ट्रीय मंत्री एएचपी ने बताया कि कोरोना काल में 578 स्थानों पर 35 लाख लोगों को खाना, 25 लाख लोगों को मास्क दिए। केरल में शबरीमला के सम्मान लिए सफल केरल बंद किया गया आज भी शबरीमला के सम्मान की रक्षा की जा रही है। बांग्लादेशी नागरिक खोजने एनआरसी घोषित, लेकिन 45 लाख बांग्ला मुसलमानों को भारत की नागरिकता मिली, मूल हिंदू वंचित रहे, उसके विरोध में एचपी ने बड़ा आंदोलन किया. सरकार को एनआरसी कैंसिल करनी पड़ी। देशभर में संगठन पदाधिकारी की नियुक्ति की गयी और अब 15 लाख साथी जुड़े। उनसे दुगना को जोड़ने का निर्णय लिया गया. बैठक में निम्न प्रस्ताव पारित किए गए. मथुरा मूल संपूर्ण श्री कृष्ण मंदिर निर्माण अभियान, काशी मूल भगवान विश्वनाथ मंदिर निर्माण अभियान, कश्मीर फिल्म बनाने के लिए निर्माता दिग्दर्शक का अभिनंदन। लेकिन 1990 और उसके पहले भी विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के लिए एएचपी ने दुःख और आक्रोश व्यक्त किया और एएचपी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया ने मांग की कि 1947, 1990 और आज भी विस्थापित सभी कश्मीरी हिंदुओं को केंद्र सरकार सम्मान से उनके मूल गांवों, घरों में सुरक्षित अगले 2 महीने में बसाए। धारा 370 हटाने के लिए केंद्र सरकार का अभिनंदन किया, अब हिन्दुओं की सभी घर संपत्ति कश्मीर में मुसलमानों से वापस हिंदुओं को दी जाए। श्रीमती सावित्री चाँद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एएचपी ने मांग की कि दो से ज्यादा बच्चों पर नियंत्रण का कानून सभी नागरिकों को लगाकर भारत सरकार देश को कश्मीर बनने से बचाए। श्रीमती मलबे रावल राष्ट्रीय मंत्री एएचपीने मांग की कि केंद्र सरकार समान नागरिक संहिता बनाए। देश में गरीब और अमीर में खाई बढ़ी, जॉब्लेस ग्रोथ हुई, महंगाई बेरोजगारी बढ़ी, ,सरकार आर्थिक नीतियों पर संपूर्ण पुनर्विचार करे। शिक्षा नीति में सभी छात्रों को सस्ती, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आगे व्यवसाय में सहायता/ नौकरी मिले। डॉ मुक्ताबेन माकानी जी ने मांग की कि मजदूरों का ई रजिस्ट्रेशन हुआ है, किसानों की भांति उनके अकाउंट में सरकार रुपए डाले। एएचपी की योजनाओं के तहत हर हिंदू को भारत के हर कोने में मदद के लिए हिंदू हेल्प लाइन, गरीबों के लिए प्राइवेट डॉक्टरों से देश में मुफ्त में सलाह के लिए इंडिया हेल्थ लाइन, एक मुट्ठी अनाज गरीबों को 10 किलो अनाज मुफ्त में, हिंदू एडवोकेट फोरम द्वारा धर्म ,समाज के लिए लड़ते जेल में अटके हिंदुओं के लिए मुफ्त कानूनी सलाह, देश की महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, सरकार उस पर कड़े कानून बनाए ताकि महिला महिला सुरक्षा, सम्मान से जी सके, हमारी राष्ट्रीय महिला परिषद ओजस्विनी द्वारा देशभर महिलाओं को स्वसुरक्षा प्रशिक्षण शुरू हुए हैं जो सभी जिलों तक ले जाएंगे, किड्स अहेड (बच्चे ही आगे) बच्चों में कला क्रीडा गुण विकास के लिए योजनाएं शुरू की गई है।