चण्डीगढ़, 18 दिसंबर 2021 (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
देश में बहुत सी राजनैतिक पार्टियाँ हैं परन्तु आज बदलाव की ज़रूरत है। किसान आंदोलन ख़त्म हो चुका है परन्तु किसान आंदोलन की आड़ में राजनीति खेलने की चाल भी चल पड़ी है। एक साल तक सड़कें पर खड़े हो कर आंदोलन का नेतृत्व करन वाले किसान नेता अब राजनीति में नेतृत्व करेंगे।
किसान नेता गुरनाम सिंह चड़ूनी ने राजनीति में प्रविष्टि कर ली है। पंजाब मतदान को ले कर किसान चड़ूनी ने आज चण्डीगढ़ में अपनी ‘संयुक्त संघरश पार्टी’ का ऐलान किया। इस लिए उन्होंने पत्रकार अदारों को न्योता भी दिया है।
गुरनाम सिंह चड़ूनी की तरफ से नयी राजनैतिक पार्टी का ऐलान किया गया है |जिस का नाम उन की तरफ से संयुक्त संघर्ष पार्टी रखा गया है। चड़ूनी ने कहा कि देश में बहुत सी राजनैतिक पार्टियाँ हैं परन्तु आज बदलाव की ज़रूरत है। आज गरीब ओर गरीब और अमीर लगातार अमीर होता जा रहा है। कुपोशण की हालत ऐसी है कि 2014 की रिपोर्ट अनुसार 45% भूखे सो जाते हैं।
गुरनाम सिंह चड़ूनी और सुमन हुड्डा का दिल्ली फ़तह के करीब एक साल बाद अपने गाँव चड़ूनी पहुँचने पर स्वागत किया गया। इस दौरान गुरनाम सिंह चड़ूनी ने कहा कि अंग्रेज़ों के समय से ही काले कानून बने हुए हैं और आज की सरकारें भी उसी रास्ते पर चल रही हैं और बिना सोचे समझे तानाशाही रवई्ईए वाले किसानों, मज़दूरों और लोगों पर आधारहीण कानून थोप रही हैं। इस लिए इस तानाशाही जड़ को ख़त्म करन के लिए नियम बदलना होगा और ऐसे लोगों को राजनीति में आगे ल्याउना होगा जो देश और लोगों का भला कर सकें।
उन्होंने कहा कि वह शनीवार को पंजाब में अपनी पार्टी का ऐलान करेंगे। इस सवाल के जवाब में कि क्या आम आदमी पार्टी उन को पंजाब में मुख्य मंत्री ओहदो का उम्मीदवार भी बना सकती है पर चड़ूनी ने कहा कि यह पूरी तरह के साथ अफ़वाह है और वह पंजाब में अपनी नयी पार्टी का ऐलान करन जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि हरियाणा में खोज टैकस में हद से अधिक विस्तार किया गया तो भारतीय किसान यूनियन इस का सख़्त विरोध करेगी। किसान नेता सुमन हुड्डा ने कहा कि यदि माँ जन्म के सकती है तो वह कोई भी बदलाव ला सकती है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह इसी तरह चड़ूनी का साथ दे।