पटियाला, 10 जुलाई (प्रेस की ताकत बयूरो)- पटियाला स्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ ने इटली में ईएसएचआरआई की वार्षिक बैठक को संबोधित किया। बच्चे पैदा करने की संभावनाओं में सुधार के लिए एक नया प्रोटोकॉल विकसित किया
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका वर्मा ने लगातार चौथी बार यूरोपियन सोसाइटी ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन एंड एम्ब्रियोलॉजी की वार्षिक बैठक में भाग लिया। प्रस्तुत किया अपना प्रदर्शन
भारतीय आईवीएफ विशेषज्ञों का प्रतिनिधित्व करते हुए पटियाला स्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका वर्मा ने 3 से 6 जुलाई, 2022 तक मिलान, इटली में यूरोपियन सोसाइटी ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन एंड एम्ब्रियोलॉजी (ईएसएचआरआई) की 38वीं वार्षिक बैठक में अपना नैदानिक डेटा प्रस्तुत किया। भ्रूण स्थानांतरण के लिए एक नए और सरल प्रोटोकॉल का उल्लेख किया गया है, जिससे कम जटिलताओं और बेहतर गर्भावस्था परिणामों के साथ बच्चा होने की संभावना बढ़ जाती है।
यह प्रोटोकॉल विशेष रूप से जमे हुए भ्रूण स्थानांतरण और दाता oocytes के साथ आईवीएफ के दौर से गुजर रहे रोगियों को संबोधित करता है। गुजरने वाले मरीजों की मदद करता है।
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन निषेचन की प्रक्रिया है जहां एक अंडा शरीर के बाहर एक शुक्राणु से जुड़ा होता है, जिसे आमतौर पर टेस्ट ट्यूब बेबी कहा जाता है। इसमें एक महिला की डिम्बग्रंथि प्रक्रिया की निगरानी करना और उसे उत्तेजित करना, उसके अंडाशय से एक अंडे को निकालना और एक प्रयोगशाला में एक संस्कृति माध्यम में बाहरी शुक्राणु के साथ उसे निषेचित करना शामिल है।
डॉ वर्मा को लगातार चार ईएसएचआरई वार्षिक बैठकों में आईवीएफ पर अपने काम को प्रस्तुत करने का दुर्लभ सम्मान मिला है, जो मानव प्रजनन में अनुसंधान के लिए समर्पित सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय आईवीएफ सोसायटी में से एक है।