Web Desk Harsimran
चंडीगढ़, 8 नवंबर (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-पंजाब सरकार के महाधिवक्ता (एजी) एपीएस देयोल पर कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने पलटवार किया है। उन्होंने रविवार को एक के बाद एक 12 ट्वीट कर महाधिवक्ता एपीएस देयोल से कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि न्याय अंधा है लेकिन पंजाब के लोग अंधे नहीं हैं। उन्होंने सरकार को भी याद दिलाया है कि 2017 में कांग्रेस तब सरकार बना पाई थी जब सूबे के लोगों से यह वादा किया था कि दोनों मामलों में पीड़ितों को न्याय और आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी।
इससे पहले भी कांग्रेस प्रधान सिद्धू एजी के खिलाफ लगातार हमले करते आ रहे हैं। एजी और डीजीपी की नियुक्ति को लेकर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा तक दे दिया था। दो दिन पूर्व उन्होंने कांग्रेस प्रधान पद पर इस्तीफा वापसी के दौरान यह चेतावनी दी थी कि जब तक एजी पद पर नई नियुक्ति नहीं की जाती वह पार्टी मुख्यालय नहीं जाएंगे। इसके बाद एजी ने भी ट्वीट कर सिद्धू पर हमला किया था। जिसका जवाब सिद्धू ने रविवार 12 ट्वीट कर दिया।
सिद्धू ने देयोल से सवाल किया है कि जब आप आरोपियों के लिए अदालत में पेश हुए और उन्हें जमानत भी दिलवाई। इस दौरान वह किसके हित के लिए काम कर रहे थे। उनके हित के लिए जिन्होंने उन्हें एजी जैसे संवैधानिक पद पर नियुक्त किया। यह टिप्पणी कर सिद्धू ने अपरोक्ष रूप से चन्नी सरकार पर हमला किया है।
सिद्धू ने एजी को संबोधित करते हुए लिखा है कि वर्तमान में आप राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जल्द ही आप न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होकर इन मामलों में फैसला ले लेंगे। आप यह सब एक सोची समझी राजनीति के तहत कर रहे हैं। उन्होंने एजी को सलाह दी कि वह राजनीति को छोड़ अपने व्यक्तिगत विवेक, सत्यनिष्ठा और पेशेवर नैतिकता पर ध्यान केंद्रित करें।