जालंधर, 27 दिसंबर 2021, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)-
मतदान लडने का अधिकार हर एक जत्थेबंदी को है, चाहे वह किसान मोर्चा हो या कोई ओर। हर एक व्यक्ति को चयन मैदान में उतरने का हक है और वह अपनी किस्मत आज़मा सकता है। शिरोमणी अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि अकाली दल के साथ सम्बन्धित किसान दिल्ली मोर्चा में बड़ी संख्या में पहुँचे थे क्योंकि तीनों ही काले खेती कानून वापस करवाने का कार्य सब का सांझा था। इस लिए अब काले कानून वापस हो गए हैं और दिल्ली मोर्चा भी ख़त्म हो गया है। किसान मोर्चे की तरफ से मतदान लडने का स्वागत करते उन कहा कि जितनी भी पार्टियाँ चयन दंगल में नित्तरणगियें, उतना ही लोगों को अपने हलके का प्रतिनिधि चुनने में सुविधा होगी।
उन कहा कि दिल्ली से लौटते ही अकाली दल के साथ सम्बन्धित किसानों ने फिर पार्टी का मोर्चा संभाल लिया है। गाँवों में अकाली दल का बड़ा आधार है क्योंकि किसानों के साथ सम्बन्धित सभी मसले अकाली दल की सरकारें समय ही हल हुए हैं। किसानों को ट्यूबवैलों के लिए मुफ़्त बिजली बादल सरकार ने ही दी थी, किसानों के लिए सिंचाई की सब से अधिक सहूलतें भी अकाली सरकार ने नित्य ही उन को दीं किसानों का मुआवज़ा मुआफ, किसानों की फसलों का मंडीकरन और ओर किसानी मसले अकाली सरकार में ही हल हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक ही -एक पार्टी अकाली दल है, जिस ने हमेशा किसानों की बाज़ू पकड़ी है।
उन्होंने कहा कि अब तक जितनी भी कांग्रेस की सरकारें बनीं हैं, सब ने अकाली दल को कमज़ोर करन की चालों चली हैं। इसी चाल के अंतर्गत अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया विरुद्ध झूठा केस दर्ज किया गया है। कांग्रेस सरकार सोचती है कि शायद मजीठिया विरुद्ध केस दर्ज करन के साथ उन की गति हो जायेगी। अकाली दल के नेतायों पर पहले भी झूठे केस कांग्रेसियों ने दर्ज करवाए थे। लोग अकाली दल के साथ खुल कर चल पड़े हैं, जो विरोधी पार्टियाँ को हज़म नहीं हो रहा और इस लिए अब मुख्य मंत्री चन्नी और कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू झूठे पर्चे दर्ज करवाने पर उत्तर आए हैं परन्तु सूबे के लोग उन को मतदान में करारा जवाब देंगे।