टीम मन्दिर एक्ट (हिन्दु वेल्फेयर बोर्ड) द्वारा हिन्दू मन्दिर एक्ट, पंजाब के आतंकवाद पीड़ित पंजाबी हिन्दुओं को इंसाफ, पंजाब के सपूत राजा पोरस के सम्मान और अन्य मुद्दों पर पंजाब के लोगों को जागरूक करने एवं पंजाब के दस लाख लोगों को इन मुद्दों पर साथ जोड़ने के उद्देश्य से 17 नवम्बर से 22 दिसम्बर तक पंजाब के 120 शहरों/कस्बो के लीये सन्त समाज के नेतृत्व में धार्मिक भगवा चेतना रथयात्रा श्री भूतनाथ मन्दिर से यात्रा प्रमुख स्वामी श्री रामेश्वर दास त्यागी जी की अगुवाई में धार्मिक विधि विधान के साथ शुरू की गई। जिसमें पंजाब प्रदेश रथयात्रा समिति के संयोजक श्री सुनिलजीत सिंह जोली, टीम मन्दिर एक्ट के पंजाब प्रदेश संयोजक श्री मनोज नन्हा जालन्धर, हिन्दू वेल्फेयर बोर्ड के चेयरमैन महन्त श्री रवि कान्त मुनि जी, श्री लखविंदर सरीन, श्रीमती रोजी सरीन, श्री सतपाल शर्मा रामपुरा, श्री सचिन आजाद पातड़ा शिव सेना, श्री अश्विनी शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष जागरण सुधार मण्डल, श्री अमित भनोट गऊ रक्षा सेवा दल, श्री सुशील नैयर, श्री वरिंदर खन्ना श्री भूतनाथ मन्दिर, श्री श्याम लाल तेजा श्री वामन अवतार मन्दिर, श्री ललित राजपूत बजरंग दल, श्री रोहित जलोटा, महन्त श्री विष्णु गिरी हिन्दू सुरक्षा समिति, श्री मोहित शर्मा श्री हनुमान चालीसा, श्री सुरेश पंडित, श्री विक्रम भल्ला, श्री ऋषि गर्ग एसएसटी नगर,
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के पंजाब प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री विजय कपूर और अन्य सहयोगी अपनी-अपनी टीमों के साथ गाड़ियों के बड़े काफिले के साथ इसमें हाजिर हुए। इस अवसर पर हिन्दू वेल्फेयर बोर्ड के चेयरमैन महन्त श्री रवि कान्त मुनि जी ने कहा कि पंजाब का हिन्दू पिछले काफी समय से हिन्दु धर्मस्थलों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करवाने के लीये संघर्ष कर रहा है जिसमे पिछली सरकारों के साथ साथ आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो श्रीमान अरविंद केजरीवाल और मौजूदा मुख्यमंत्री श्रीमान भगवंत मान ने भी हिन्दु समाज के साथ हिन्दु मन्दिर एक्ट लागू करने का वायदा किया है। सुग्रीव की तरह उनको वायदा याद करवाने के लीये हिन्दू समाज लक्ष्मण जी की उनका वायदा याद करवाने के लीये रथयात्रा कर रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के आतंकवाद पीड़ित हिन्दुओं को आज तक इंसाफ नही मिला, उन्होंने कहा कि हत्यायों को बड़ा छोटा नही किया जा सकता, पंजाब के आतंकवाद पीड़ितों को भी 84 के दंगा पीड़ितों की तर्ज पर रेड कार्ड जारी कीये जाये और वह सभी सुविधाएं एवं मुआवजा पंजाब के आतंकवाद पीड़ितों को दिया जाये जो 84 के दंगा पीड़ितों को दिया गया है। उन्होंने कहा कि आजकल कुछ लोग पंजाब के वारिस होने का दावा कर रहे हैं हम उन्हें याद करवाना चाहते हैं कि पंजाब का अस्तित्व पंजाब के महान सपूत खत्री राजपूत कुल के सभरवाल गोत्र के शूरवीर राजा पोरस से शुरू होता है जो मौजूदा इतिहास में दर्ज पहले देशभक्त राजा हुए जिन्होंने दुनिया मे कत्लोगारत करके विश्व को जीतने वाले सिकन्दर का विजय रथ पंजाब में जेहलम नदी के किनारों पर रोक कर सिकन्दर को भारत मे घुसने नही दिया और वही से उसको वापिस लौटने पर मजबूर कर दिया। राजा पोरस के वारिस ही पंजाब के असली वारिस है और पंजाब सरकार को राजा पोरस का सम्मान सुनिश्चित करना होगा। उसके बाद रथयात्रा श्री भूतनाथ मन्दिर से चलकर पहले पड़ाव श्री दुर्गा माता मंदिर राई माजरा में पहुंची, वहां पर कुछ देर भजन कीर्तन के बाद यात्रा श्री काली माता मन्दिर के लीये प्रस्थान के लीये तैयार हुए तो प्रशासनिक अधिकारियों के आग्रह पर और इन मुद्दों पर पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग करवाने के वायदे के बाद मौजूद सभी लोगो की सहमति बनी और प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने 30 नवम्बर तक मुख्यमंत्री से मीटिंग का समय फिक्स करने का आधिकारिक पत्र रथयात्रा आयोजको को सौंपा। जिसपर सभी की सलाह पर प्रशासन और सरकार पर विश्वास करते और उनको सहयोग करते हुए रथयात्रा को स्थगित करने का निर्णय लेकर रथयात्रा को स्थगित कर दिया गया। इस अवसर पर उपरोक्त नेताओं के वक्तव्य हुए और सन्त समाज और अन्य हिन्दु समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रशासन की तरफ से भी रथयात्रा की सुरक्षा के लीये बड़े स्तर पर कड़े सुरक्षा प्रबन्ध किये हुए थे। अंत मे सभी को धन्यवाद के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की गई।