जालंधर, प्रेस की ताकत ब्यूरो- 19 नवंबर 2021
नकोदर चौंक स्थित दोआबा हॉस्पिटल एक बार फिर विवादों में घिर गया। दोआबा हॉस्पिटल देर रात तक जन्म ले कर हंगामा देखने को मिला, जब एक नवजन्मी बच्ची के पारिवारिक सदस्यों ने हॉस्पिटल प्रशासन पर जीवित बच्ची को मृतक ऐलान करने का दोष लगाया गया। पारिवारिक सदस्यों का दोष था कि हॉस्पिटल प्रशासन ने जीवित नवजन्मी बच्ची को मृतक ऐलान दिया था। जब पारिवारिक मैंबर हॉस्पिटल प्रशासन की तरफ से मृतक ऐलानी बच्ची को ले कर शमशानघाट में पहुँचे तो उस का साँस चल रहा था। पारिवारिक सदस्यों ने तुरंत बच्ची को दोबारा हॉस्पिटल पहुँचाया।
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इस दौरान हॉस्पिटल प्रशासन और नवजन्मी बच्ची के पारिवारिक सदस्यों के बीच जन्म ले कर बहस हुई। मामलो की जानकारी देते शिव सेना नेता इशांत शर्मा ने बताया कि मख़दूमपुरा के रहने वाले अमन की पत्नी को शुक्रवार दोआबा हॉस्पिटल में दाख़िल करवाया गया था। उस ने शुक्रवार 1किलो 300 ग्राम की बच्ची को जन्म दिया। बच्ची कमज़ोर होने के कारण उसे मशीन में रखा गया था।
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बीते दिन हॉस्पिटल के प्रशासन ने बच्ची को मृतक ऐलान दिया। पारिवारिक मैंबर बच्ची को ले कर शमशानघाट पहुँचे तो उस का साँस चल रहा था। यह देख कर पारिवारिक सदस्यों का गुस्सा फूट पड़ा और वह बच्ची को तुरंत ले कर हॉस्पिटल पहुँचे। स्टाफ नर्स ने जब बच्ची की जांच की तो उस ने कहा कि बच्ची का साँस चल रहा है।
जैसे ही पारिवारिक सदस्यों को यह पता लगा तो उन हंगामा शुरू कर दिया। उक्त मामले सम्बन्धित जब डा. आशुतोष गुप्ता के साथ बात करनी चाही तो उन कोई संतुशटीजनक जवाब नहीं दिया। देर रात तक हॉस्पिटल में हंगामा होता रहा। थाना नंबर 4की पुलिस भी मौके पर पहुँच गई थी।