13 फरवरी (प्रेस की ताकत ब्यूरो): किसानों ने अपनी मांगों के संबंध में दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ एक अनिर्णायक बैठक के बाद मंगलवार को शंभू सीमा के माध्यम से अपना ‘दिली चलो’ मार्च शुरू किया, जिसमें फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी शामिल है।
500 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉलियों वाले जुलूस में बड़ी संख्या में युवा, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल थीं और उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। किसान नेता सुबह-सुबह फतेहगढ़ साहिब में इकट्ठा होने लगे।
तीन सीमाओं पर जाने की प्रारंभिक योजना को संशोधित किया गया है, किसान अब शंभू और खनौरी में अंतर-राज्य सीमाओं के माध्यम से दिल्ली जाने का इरादा रखते हैं, जबकि उन्होंने डबवाली सीमा पर नहीं जाने का विकल्प चुना है।