हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. हिंदू धर्म में साल में 4 बार नवरात्रि पड़ती हैं. 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि होती हैं और 2 गुप्त नवरात्रि होती हैं. इसमें अश्विन माह में पड़ने वाली शारदीय नवरात्रि का पर्व सबसे ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है. इसमें मां दुर्गा की प्रतिमाएं विराजित की जाती हैं, गरबा और रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है. 9 दिन के इस महापर्व के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और फिर मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि के दौरान व्रत रखा जाता है. शारदीय नवरात्रि पर्व अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती हैं और नवमी तिथि को समाप्त होंगी. इसके बाद दशहरा मनाया जाएगा. वहीं प्रतिपदा तिथि के दिन घटस्थापना की जाती है, 9 दिन की अखंड ज्योति जलाई जाती है. इस साल शारदीय नवरात्रि 03 अक्टूबर 2024,से शुरू हो रही हैं और 12 अक्टूबर 2024 को समाप्त हो रहे हैं. वहीं 12 अक्टूबर विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा.
कलश स्थापना का मुहूर्त
पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि को यानी पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 03 अक्टूबर को 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक है. ऐसे में कलश स्थापना के लिए इस साल केवल 46 मिनट का समय रहेगा.
नवरात्रि के 9 दिन और मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा
नवरात्रि का पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा
नवरात्रि का दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
नवरात्रि का तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा
नवरात्रि का चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा
नवरात्रि का पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा
नवरात्रि का छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा
नवरात्रि का सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा
नवरात्रि का आठवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा
नवरात्रि का नौवें दिन मां महागौरी की पूजा
विजयदशमी या दशहरा पर्व
शारदीय नवरात्रि का धार्मिक महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार शारदीय नवरात्रि के बाद ही भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी और रावण वध किया था इसलिए दशहरे के दिन रावण जलाया जाता है. साथ ही अश्विन मास में ही मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस पर आक्रमण कर दिया और उससे नौ दिन तक युद्ध किया था. इसके बाद दसवें दिन राक्षस का वध कर दिया इसलिए नौ दिन तक मां दुर्गा की शक्ति के रूप में पूजा की जाती है.
अखंड ज्योति जलाने का महत्व
ज्योतिष एवं वास्तु आचार्य प्रमोद कुमार अग्रवाल के अनुसार, नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से जीवन और मन में व्याप्त अंधकार दूर हो सकती है. इसे जिंदगी से अंधेरे को दूर करने का प्रतीक माना गया है. आप घर पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने वाले हैं तो अखंड ज्योति अवश्य जलाएं और ये ज्योति पूरे नौ दिनों तक जलती रहे. यदि ये बीच में ही किसी दिन बुझ जाए तो यह अशुभ माना जाता है. जिनके घरों में पूरे 9 दिनों तक ये अखंड ज्योति जलती रहती है, उनके घर सुख-समृद्धि आती है. मां दुर्गा का आशीर्वाद बना रहता है.
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