महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत गठबंधन महायुति सत्ता बरकरार रखने में कामयाब होती प्रतीत हो रही है और निर्वाचन आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वह 288 विधानसभा सीट में से 204 पर आगे है।
शुरुआती रुझानों के अनुसार, विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के उम्मीदवार महज 47 सीट पर आगे हैं। वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन की भारी जीत का संकेत देते हुए टीवी चैनलों ने कहा कि 20 नवंबर को हुए चुनाव की मतगणना में महायुति 212 सीट पर और एमवीए 68 निर्वाचन क्षेत्रों में आगे है।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, सत्तारूढ़ महायुति में भाजपा उम्मीदवार 111 सीट पर, शिवसेना 58 और राकांपा 35 सीट पर आगे है। एमवीए में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के उम्मीदवार नौ सीट पर, कांग्रेस 20 और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) 18 सीट पर आगे है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस तथा अजित पवार मतगणना के पहले दौर में अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में आगे रहे। निर्वाचन आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, पहले दौर की मतगणना के अंत में शिंदे कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 4,053 मतों से आगे हैं।
फडणवीस नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से 2,246 वोट से और पवार बारामती सीट पर 3,759 वोट से आगे हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पहले दौर की मतगणना के अंत में साकोली निर्वाचन क्षेत्र से 344 मतों से आगे हैं।
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि शिवसेना (उबाठा) के नेता और मौजूदा विधायक आदित्य ठाकरे मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट पर 495 मतों से आगे हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट संगमनेर विधानसभा सीट पर 1,831 मतों से पीछे हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी पहले दौर की मतगणना के अंत में कराड दक्षिण विधानसभा सीट पर 1,590 मतों से पीछे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की मतगणना शनिवार सुबह आठ बजे शुरू हुई। सभी की निगाहें सत्तारूढ़ भाजपा नीत महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास आघाडी के बीच मुकाबले के नतीजे पर टिकी हैं।।
विपक्ष के एमवीए गठबंधन में, कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार, शिवसेना (उबाठा) ने 95 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 86 उम्मीदवार खड़े किए। बहुजन समाज पार्टी एवं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) जैसी पार्टियों ने भी चुनाव लड़ा, जिसमें बसपा ने 237 उम्मीदवार और एआईएमआईएम ने 17 उम्मीदवार खड़े किये। राज्य में 2019 के विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इस साल 4,136 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, जबकि 2019 के चुनावों में 3,239 उम्मीदवार मैदान में थे। इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय हैं। 150 से ज्यादा सीटों पर बागी उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें महायुति और एमवीए के उम्मीदवार अपनी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। महाराष्ट्र में इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र थे, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में 96,654 मतदान केंद्र थे।